दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज हाशिम अमला ने कोलपैक कॉन्ट्रैक्ट को अपनाने का विचार बनाया है। दक्षिण अफ्रीका की एक निजी न्यूज़ वेबसाईट की रिपोर्ट्स के अनुसार हाशिम अमला अपना आगे का क्रिकेट करियर इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल कर जारी रखना चाहते हैं। यह पहला मौका नहीं है जब किसी दक्षिण अफ़्रीकी ख़िलाड़ी ने कोलपैक कॉन्ट्रैक्ट को अपनाने का विचार बनाया है। हाल ही में काइल एबोट, राइली रूसो, स्टियान वैन जील और डेन विलास ने अपने अन्तर्राष्ट्रीय करियर पर विराम लगाते हुए, आर्थिक मजबूरी को लेकर इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलना शुरू किया है। कोलपैक नियम पिछले एक साल से काफी चर्चा में रहा है। कोलपैक डील को अपनाने के लिए कई अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने आर्थिक तंगी के चलते अपने अन्तर्राष्ट्रीय करियर को छोड़ कर काउंटी क्रिकेट खेलने का फैसला लिया, जो पैसो की तंगी से अपने देश के लिए न खेलते हुए काउंटी क्रिकेट खेलने पर मजबूर हुए, जिसमे एबोट, रुस्सो जैसे ख़िलाड़ी शामिल हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट के अनुसार हाशिम अमला के साथी और दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल ने भी कोलपैक नियम के बारे में विचार किया था लेकिन पूर्व दिग्गज गेंदबाज एलन डोनाल्ड ने मोर्कल को राष्ट्रीय टीम में बने रहने के लिए दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट बोर्ड से आग्रह करते हुए कहा कि तेज गेंदबाज मोर्कल को किसी भी प्रकार की मदद हो बोर्ड उसे जरुर दे, जिससे वह अपनी राष्ट्रीय टीम से खेलते रहे। हाशिम अमला ने काउंटी क्रिकेट में पहले भी एसेक्स और सरे के लिए क्रिकेट खेला है। सितंबर महीने में बांग्लादेश टीम दक्षिण अफ़्रीकी दौरे पर आ रही है, जहाँ अमला दक्षिण अफ्रीका के लिए अहम ख़िलाड़ी साबित होंगे। उसके बाद सीएसए ग्लोबल टी-20 लीग में हाशिम अमला डरबन कलन्दर्स की तरफ से कप्तानी करते हुए नजर आयेंगे। हाशिम अमला ने दक्षिण अफ्रीका के लिए शानदार क्रिकेट खेलते हुए वनडे क्रिकेट में 2 से 7 हज़ार रनों का आंकड़ा सबसे तेज हासिल किया है, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए 50 के औसत से 156 वनडे मैचों में 7186 रन बनाये हैं। इसके अलावा ये भी खबरें हैं कि कोलपैक कॉन्ट्रैक्ट बहुत जल्द खत्म होने वाले हैं और इसके तहत यूके में खिलाड़ियों के खेलने पर रोक लग सकती है।