आईसीसी वनडे क्रिकेट के फॉर्मेट में बड़े बदलाव करने की प्लानिंग कर रही है। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक एक लीग की तरह फॉर्मेट बनाया जाएगा जिसमें 13 अंतरराष्ट्रीय टीमें हिस्सा लेंगी और 3 साल के समय के बाद टॉप 2 टीमों के बीच फाइनल मैच होगा। क्रिकेट की सबसे बड़ी संस्था आईसीसी 50 ओवरों के मैचों में दर्शकों की गिरती संख्या की वजह से ऐसा करने के बारे में सोच रही है। हालांकि वनडे क्रिकेट की शुरुआत से इसमें काफी बदलाव देखने को मिले हैं। लेकिन ये सबसे बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। आईसीसी के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द 50 ओवर वर्ल्ड कप और टी-20 वर्ल्ड कप के अलावा दूसरे टूर्नामेंट्स को लेकर दर्शकों की दिलचस्पी को बनाए रखना है। दो देशों के बीच होने वाली द्विपक्षीय सीरीज की अहमियत भी कम होती जा रही है। आईसीसी के चीफ एग्जीक्यूटिव डेव रिचर्डसन पहले ही टेस्ट क्रिकेट को 2 टीयर लीग सिस्टम में बांट चुके हैं, जोकि 2019 से होगी। इसमें फुटबॉल लीग्स की तरह प्रोमोशन और रैलीगेशन होगा। वनडे क्रिकेट में भी इसी तरह की लीग लाने की तैयारी हो रही है, जिसमें 13 टीमें के दूसरे के खिलाफ 3 मैचों की सीरीज अपने घर और बाहर खेलेगी। प्वाइंट्स 3 साल के अंदर खेले गए 36 वनडे मैचों के आधार पर लगाए जाएंगे और टॉप 2 टीमों के बीच फाइनल होगा। 10 फुल टाइम मेंम्बर्स के अलावा अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड और आयरलैंड की टीमें इसमें जगह बना सकती है। टेस्ट सिस्टम की तरह ही सेंकेंड टीयर जोकि वर्ल्ड क्रिकेट लीग चैंपियनशिप, जिसमें आईसीसी के एसोसिएट देश 3 साल के पीरियड के दौरान मैच खेलेंगे। टॉप टीयर की सबसे निचली टीमों को रैलीगेशन का सामना करना पड़ेगा। आईसीसी के मुताबिक टीमें अपनी मर्जी से एक दूसरे के खिलाफ खेल सकती हैं, लेकिन उन सीरीज का लीग की रैंकिंग पर प्रभाव नहीं पडे़गा।