ओलंपिक्स के लिए क्वालीफ़ाई करना कोई मज़ाक नहीं है : सचिन तेंदुलकर

रियो ओलंपिक्स में भारत ने अब तक कोई पदक हासिल नहीं किया है, जिसके बाद मशहूर पत्रकार शोभा डे के एक ट्वीट ने विवादों को भी जन्म दिया था। जिसमें इस पत्रकार ने लिखा था कि एथलीट्स वहां जाकर बस पैसा, समय और मौक़ों को बरबाद कर रहे हैं और सेल्फ़ी ले रहे हैं। शोभा डे के इस ट्वीट के बाद उनकी जमकर आलोचना भी हुई थी। अब क्रिकेट के भगवान और रियो ओलंपिक्स के ब्रांड एंबेसेडर सचिन तेंदुलकर भी ओलंपिक्स में हिस्सा ले रहे एथलीट्स के साथ खड़े नज़र आए और उन्होंने कहा कि ओलंपिक्स के लिए क्वालीफ़ाई करना ही बड़ी बात है। ''एक खिलाड़ी के लिए ओलंपिक्स सबसे बड़ा इवेंट्स होता है, उससे बढ़कर कुछ और नहीं। ओलंपिक्स के लिए क्वालीफ़ाई करना कोई मज़ाक नहीं है। जिसके लिए एक खिलाड़ी सालों साल तैयारी करता है, और इतनी सालों की तैयारियों और मेहनत के बाद अगर वह चूक जाते हैं, तो उस समय हमें उनके साथ खड़े रहना चाहिए। कभी कभी आप जो सोचते हैं उस तरह से चीज़ें होती नहीं हैं, और ये मैं अच्छे से समझ सकता हूं।'' : सचिन तेंदुलकर सचिन ने ये भी माना कि अब तक भारत के लिए एक भी पदक न आना निराशाजनक है, लेकिन साथ साथ उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें उनका साथ देना होगा। सचिन ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में भारत के पास पदक ज़रूर आएंगे। "पहला हाफ़ हमारे लिए अच्छा नहीं गया है, जो हमने सोचा था उस हिसाब से चीज़ें हुईं नहीं हैं। लेकिन मुझे भरोसा है वक़्त बदलेगा, और हमारे समर्थन से एथलीट्स मे जोश जगेगा और वापसी करेंगे। मैं हर वक़्त अपने एथलीट्स के साथ हूं और ख़ास तौर से तब जब चीज़ें उनके विपरित जा रही हों।" :सचिन तेंदुलकर भारत के लिए अभी कई प्रमुख खेलों में उम्मीदें ज़िंदा हैं, जिनमें आर्चरी, कुश्ती और बॉक्सिंग अहम हैं। उम्मीद है कि सचिन की बातें सच हों, और जल्द ही पदक का खाता हम खोल पाएं।

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