5 मौके जब भारत के निचले क्रम के बल्लेबाज़ों ने टीम को मुसीबत से निकाला

SAHA
भारतीय टीम टेस्ट मैचों पिछले कुछ समय से शानदार प्रदर्शन कर रही है। अपने निरंतर प्रदर्शन की वजह से वह आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज है। सितंबर 2016 के बाद से कोहली की टीम ने 17 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें टीम को 13 मैचों में जीत हासिल हुई है वहीं उसे सिर्फ एक मैच में हार का सामना करना पड़ है जबकि 3 मैच ड्रा रहे हैं।
भारतीय टीम की जीत में सभी खिलाड़ियों ने अलग अलग मौकों पर आगे आकर टीम की जीत में योगदान दिया है। वहीं भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों (सातवें से दसवें विकेट के लिए साझेदारी) का भी योगदान काफी रहा है। पिछले साल न्यूज़ीलैंड के भारतीय दौरे के समय से भारतीय टीम के निचले क्रम का प्रदर्शन कुछ इस तरह रहा है:
साझेदारी औसत शतकीय अर्धशतकीय सर्वोच्च
7वां 55.00 4 4 199
8 वां 37.57 1 4 241
9 वां 19.22 0 2 62
10 वां 23.56 0 1 66
कुल (7वां से 10 वां) 34.75 5 11 241
भारत के निचले क्रम का बल्लेबाजी औसत 34.75 है, जो बाकी अन्य टीमों से काफी बेहतर है। इसी वजह से भारतीय टीम 5 गेंदबाजों के साथ मैच में उतर पाती है। इन साझेदारियों की वजह से भारतीय टीम कई बार मुश्किल परिस्थितियों से निकल चुकी है।
आज यहां उन्हीं मौकों को बारे में बात करेंगे जब भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने टीम को मुश्किल से निकाला
#5 बनाम न्यूजीलैंड, कोलकाता (2016)
तेज गेंदबाजों की मददगार ईडन गार्डन्स के पिच पर भारत की टीम ने पहली पारी में 112 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त बना ली। लेकिन, दूसरी पारी में न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए भारत का स्कोर 106/6 कर दिया और भारत की बढ़त मात्र 218 रनों की ही थी। मैच में काफी समय बचा था और भारत को मैच में सुरक्षित स्थान पर पहुंचने लिए लिए अभी काफी रनों की आवश्यकता थी।
उसके बाद रोहित शर्मा और ऋद्धिमान साहा ने 103 रनों की साझेदारी कर भारत की बढ़त को 300 के पार पहुंचा दिया। रोहित का ईडन गार्डन्स से लगाव जारी रहा और उन्होंने मुश्किल परिस्थिति में 82 रनों की पारी खेली। उसे बाद साहा ने भुवनेश्वर कुमार के साथ भी 36 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई और खुद 58 रन बनाकर नाबाद रहे। साहा ने मैच की पहली पारी में भी अर्द्धशतकीय पारी खेली थी। निचले क्रम की महत्वपूर्ण साझेदारियों की वजह से भारत ने न्यूज़ीलैंड के सामने 376 का लक्ष्य रखा। पूरी कीवी पारी 197 पर सिमट गयी और भारत ने मुश्किल परिस्थितियों से निकलकर टेस्ट मैच अपने नाम कर लिया।
दूसरी पारी- 106/6 से 263 पर ऑलआउट
निचले क्रम द्वारा बनाया गया रन प्रतिशत- 59.70
#4 बनाम इंग्लैंड, मोहाली (2016
JADEJA
इंग्लैंड की पहली पारी में 283 रनों पर रोकने के बाद भारतीय टीम ने बल्लेबाजी में काफी अच्छी शुरुआत की और मैच के दूसरे दिन चाय तक भारत का 148/2 पहुंच गया था। भारत मैच पर अपनी पकड़ बना चुका था लेकिन चायकाल के बाद इंग्लैंड के गेंदबाजों ने शानदार वापसी करते हुए भारत का स्कोर 204/6 कर दिया। इससे बाद लगने लगा कि भारत की पारी जल्द ही सिमट जाएगी और इंग्लैंड पहली पारी में बढ़त भी बना लगा।
लेकिन, भारतीय स्पिन तिकड़ी रविचन्द्रन अश्विन, रविन्द्र जडेजा और जयंत यादव ने क्रमशः 72, 90 और 55 रनों की पारी खेली। इनकी महत्वपूर्ण पारियों की वजह से पहली पारी में भारत का स्कोर 417 तक पहुंच गया और 134 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त भी मिल गयी। दूसरी पारी में भारतीय स्पिनरों ने गेंदबाजी में भी जलवा दिखाया और इंग्लैंड की पारी को 236 रनों पर रोक दिया। उनके बाद जीत के लिए मिला 103 रनों के लक्ष्य के भारत ने आसानी से 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
पहली पारी- 204/6 से 417 पर ऑलआउट
निचले क्रम द्वारा बनाया गया रन प्रतिशत- 51.08
#3 बनाम इंग्लैंड, मुंबई (2016)
JAYANT
इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी में 400 रन बनाए और जवाब में खेलते हुए भारत का स्कोर 262/2 हो गया था। मुरली विजय ने शानदार शतकीय पारी खेली लेकिन उसके बाद जल्दी जल्दी 4 विकेट गिर गए और भारत अभी भी इंग्लैंड से 93 रन पीछे था।
कप्तान विराट कोहली अभी भी पिच पर टिके थे और उन्होंने रविन्द्र जडेजा के साथ 57 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। जडेजा का विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने आये नए बल्लेबाज जयंत यादव के साथ मिलकर कोहली ने 241 रनों की साझेदारी बनाई। कोहली ने अपने टेस्ट का सर्वाधिक स्कोर 235 रन बनाया वहीं जयंत ने भी अपनी पहली शतकीय पारी खेली। इन साझेदारियों की वजह से भारत मे पहली पारी के आधार पर 231 रनों की बढ़त बना ली, उसके बाद इंग्लैंड को 195 पर समेट मैच को पारी से जीत लिया।
पहली पारी- 307/6 से 631 पर ऑलआउट
निचले क्रम द्वारा बनाया गया रन प्रतिशत- 51.35
#2 बनाम ऑस्ट्रेलिया, रांची (2017)
LOWER ORDER
टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने स्टीव स्मिथ और ग्लेन मैक्सवेल की शतकीय पारियों की मदद से पहली पारी में 451 रन बनाए। भारत की सलामी जोड़ी मुरली विजय और लोकेश राहुल ने टीम को अच्छी शुरुआत दी और दोनों ही बल्लेबाजों ने अर्द्धशतकीय पारियां खेली। पैट कमिंस ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट झटके और भारत का स्कोर 328/6 हो गया। ऑस्ट्रेलिया के पास अभी भी 123 रनों की बढ़त थी और पुजारा के साथ पिच पर थे ऋद्धिमान साहा।
पुजारा और साहा ने धैर्य से बल्लेबाजी करते हुए टीम को मजबूत स्थिति तक ले गए। पुजारा ने 202 रनों की पारी खेलने के लिए 525 गेंदें ली और पारी में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने के राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया।
साहा ने भी शतकीय पारी खेली और अपना सर्वाधिक टेस्ट स्कोर 117 रन बनाए। इन दोनों ने सातवें विकेट के लिए 199 रन जोड़े। उसके बाद बल्लेबाजी करने आये रविन्द्र जडेजा ने भी तेजतर्रार अर्द्धशतकीय पारी खेली और भारत ने अपनी पारी घोषित कर दी। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के 4 विकेट जल्द गिर गए लेकिन शॉन मार्श और पीटर हैंड्सकॉम्ब पिच पर टिक गए और ऑस्ट्रेलिया को हार से बचा लिया।
पहली पारी- 328/6 से 603/9 पारी घोषित
निचले क्रम द्वारा बनाया गया रन प्रतिशत- 45.61
#1 बनाम श्रीलंका, कोलकाता (2017)
SAAA
तेज गेंदबाजों के लिए मददगार दिख रही पिच पर श्रीलंका की टीम ने महत्वपूर्ण टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। सुलंगा लकमल की घातक गेंदबाजी के सामने पुजारा को छोड़ कोई भी ऊपरी क्रम का बल्लेबाज नहीं टिक पाया और दूसरी दिन की समाप्ति तक भारत का स्कोर 74/5 था। कोलकाता ने हो गयी बारिश की वजह से दो दिनों में सिर्फ 32.5 ओवरों ही फेंक गया था। भारत की परेशानी और बढ़ गयी जब अगले दिन सुबह पुजारा जल्द ही पवेलियन लौट गए।
भारत का स्कोर 79/6 हो गया था, ऐसे में जडेजा और साहा से तेजी से बल्लेबाजी करते हुए 48 रनों की साझेदारी बनाई लेकिन दोनों की बल्लेबाज 128 के स्कोर पर एक ही ओवर में आउट हो गए। भारत को अभी भी लड़ने के लिए कुछ और रनों की आवश्यकता थी। उसके बाद भुवनेश्वर कुमार ने 13 और मोहम्मद शमी ने तेज 24 रन बनाए और भारत का स्कोर 172 तक पहुंचा दिया।
उसके बाद मौसम साफ हो गया और बल्लेबाजी भी पहले के मुकाबले आसान हो गई। श्रीलंका ने इसका फायदा उठाते हुए पहली पारी में 122 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त बना ली। भारत ने दूसरी पारी में 352/8 रन बनाकर पारी घोषित कर दी और श्रीलंका के सामने जीत के लिए 231 रनों का लक्ष्य रखा। मेहमान टीम 26.3 ओवरों में 75/7 थी और काफी मुश्किल में दिख रही थी, तभी खराब रोशनी की वजह से मैच को रोकना पड़ गया और भारत को ड्रा से संतोष करना पड़।
पहली पारी- 79/6 से 172 पर ऑलआउट
निचले क्रम द्वारा बनाया गया रन प्रतिशत- 54.07