सीमित ओवरों के खेल में बड़े खिलाड़ियों को आराम दिया जाना कितना जायज है?

ऐसे में भारत ने केन विलियम्सन एंड कपंनी के खिलाफ वनडे में स्टार स्पिनर्स को आराम देने का जोखिम उठाया और वनडे सीरीज में कीवियों के खिलाफ टीम इंडिया को अपनी बेंच स्ट्रेंथ टेस्ट करने का मौका मिला। जिसके चलते कई युवा खिलाड़ियों को अपने टैलेंट का नमूना पेश करने का मौका मिला।

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न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम ने काफी बदलाव किये, चलिए गेंदबाजों के प्रदर्शन का विश्लेषण कर लेते हैं : अक्षर पटेल

- सबसे पहले अगर अक्षर पटेल की बात करें तो अक्षर काफी किफायती रहे और उन्होंने सिर्फ 4.30 के इकोनोमी रेट से रन दिए। लेकिन वहीं स्ट्राइक रेट देखें तो अक्षर पटेल इसमें जरूर पिछड़ते दिखे। अक्षर ने 5 मैचों में 43.1 ओवर गेंदबाजी की और इस दौरान उनका स्ट्राइ रेट 64.75 का रहा। पूरी सीरीज में अक्षर सिर्फ 4 ही विकेट ले पाए। अमित मिश्रा - टीम इंडिया के सबसे सीनियर लेग स्पिन अमित मिश्रा न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में सबसे कामयाब गेंदबाज बनकर उभरे। अमित मिश्रा ने 5 वनडे मैचों की सीरीज में 15 विकेट अपने नाम किए। उनके इस दमदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से भी नवाजा गया। सीरीज 26 विकेट स्पिनर्स ने लिए जिसमें से आधे से ज्यादा विकेट अकेले मिश्रा ने चटकाए। मिश्रा के इस प्रदर्शन को देखकर कहा जा सकता है कि वनडे सीरीज में उन्होंने अश्विन और जडेजा की कमी महसूस नहीं होने दी। केदार जाधव - केदार जाधव को पांचवे गेंदबाज के तौर पर इस्तेमाल किया गया। जाधव भी अपने कप्तान के भरोसे पर खरे उतरे और वो मिश्रा के बाद दूसरे सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए। उन्होंने 4 मैचों में 18 ओवर गेंदबाजी करते हुए 4.05 की औसत से रन दिए और 6 विकेट भी हासिल किए। जयंत यादव- युवा जंयत यादव को हालांकि एक ही मैच खेलने का मौका मिला। जो उनका डेब्यू मैच भी था। इस मैच में उन्होंने 4 ओवर गेंदबाजी करते हुए 8 रन दिए और 1 विकेट चटकाया। वहीं इंग्लैंड के टेस्ट सीरीज में जयंत ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। अब ये देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भी जयंत को टीम में शामिल किया जाएगा।