#1 सौरव गांगुली
चैपल विवाद के बाद भारतीय टीम में वापसी के एक साल बाद सौरव गांगुली ने तब क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी जब उन्हें लंबे समय के बाद 2008 बॉर्डर- गावस्कर ट्रॉफी में शामिल किया गया था। 2005 में गांगुली और चैपल व बोर्ड के बीच हुए लंबे विवाद के बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच से पूर्व संवाददाता सम्मेलन में खुलासा किया कि यह 4 मैचों की श्रृंखला उनके करियर की आखिरी सीरीज होगी। यह घटना खासकर तब हुई जब गांगुली को शेष भारत और दिल्ली के बीच ईरानी कप मैच के लिए नजरअंदाज कर दिया गया था। 113 टेस्ट मैचों के इस अनुभवी खिलाड़ी और भारत के सबसे सफल कप्तान (49 टेस्ट में 21 जीत) में से एक गांगुली ने 42.18 के औसत से 7212 रन और 311 एकदिवसीय मैचों में 40.73 की औसत से ताबड़तोड़ 11363 रन बनाये थे, जिसमें 22 शतक शामिल थे। लेखक- यश मित्तल अनुवादक- सौम्या तिवारी