भारतीय टीम के बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का मानना है कि भारतीय टीम में डेब्यू करना आसान है लेकिन टीम से बाहर होने के बाद वापसी करना काफी मुश्किल है। एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में उन्होंने ये बात कही। उनका मानना है कि टीम में वापसी करने के बाद आपको काफी सारे मानसिक दबाव का सामना करना पड़ता है और अपने आपको साबित करना पड़ता है। उन्होंने कहा ' अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलना आसान है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना हमेशा मुश्किल होता है। जब आप काफी समय के बाद अंतिम 11 में चुने जाते हैं तो आपको काफी सारे मानसिक दबाव का सामना करना पड़ता है और फिर अपने आपको साबित करने का दबाव भी आप पर रहता है। कार्तिक ने आगे कहा टीम में मुझे जो भूमिका दी जाए मैं उस पर खरा उतरना चाहता हूं। मैं अपने रोल का फैसला खुद नहीं कर सकता, मैं उस स्थिति में नहीं हूं, लेकिन तीनों विभागों में मैं अपनी भागीदारी निभाने के लिए तैयार हूं। गौरतलब है घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद चैंपियंस ट्रॉफी के लिए दिनेश कार्तिक को टीम में चुना गया था। हालांकि उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था। उसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला में साल 2014 के बाद उन्हें भारतीय टीम की तरफ से मैच खेलने का मौका मिला। इससे पहले 2014 के एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ उन्होंने अपना आखिरी एकदिवसीय मैच खेला था। ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला में उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला में उन्हें तीनों एकदिवसीय मैच में खेलने का मौका मिला था। न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला में वो 105 रन बना पाए और 1 बार आउट हुए। भारतीय टीम को अब श्रीलंका के खिलाफ वनडे और टी20 श्रृंखला खेलनी है, ऐसे में कार्तिक के पास अच्छे प्रदर्शन का सुनहरा मौका है।