पूर्व ऑस्ट्रलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के उतार चढ़ाव भरे इंडियन प्रीमियर लीग के प्रदर्शन को लेकर उनका बचाव किया है। पोंटिंग ने cricket.com.au. से कहा कि धोनी की कामयाबी के बाद यह उनके क्रिकेट जीवन का सबसे कठिन दौर है। मैंने भी इस दौर को अपने केरियर में देखा है। जब आप अच्छा नहीं कर पाते हो तो चारों तरफ से आपकी आलोचनाओं का सिलसिला शुरू हो जाता है और आपको उनका सामना करना होता है। आपको बता दें कि धोनी के लिए आईपीएल 2017 मिलाजुला रहा है। पुणे की तरफ से खेले गए 9 मैचों में धोनी ने तक़रीबन 121 के स्ट्राइक रेट 173 रनों का योगदान दिया है, जो धोनी की काबिलियत को शोभा नहीं देता। इसी वजह से उनको बार बार अपने खेल को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। धोनी ने पुणे के लिए निरंतर प्रदर्शन नही किया है। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेली गई 34 गेंदों पर 61 रनों की मैच जिताऊ पारी के अलावा धोनी ने इस सत्र अपनी प्रतिभा के मुताबिक बल्लेबाजी नहीं की है। कप्तानी से हटने के बाद भी धोनी अपने प्रदर्शन में सुधार नहीं ला पाए, शायद इन्ही कारणों से उनको आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। पोंटिंग ने आगे कहा कि मैंने धोनी को हमेशा से सकारात्मक देखा है। अब यह देखना यह भी दिलचस्प होगा की धोनी इस कठिन दौर का सामना किस प्रकार से करते हैं। क्रिकेट में बदलाव होते रहते हैं। यह खेल अनिश्चिताओं का खेल है। मैंने इस खेल से हमेशा से यही सीखा है कि आप किसी भी महान ख़िलाड़ी के बारे में कुछ गलत नही बोल सकते क्योंकि महान ख़िलाड़ी हमेशा वापसी करने के लिए बेताब रहता है। वनडे और टेस्ट में 10 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले पोंटिंग ने अपने ऑस्ट्रलियाई साथी खिलाडियों का उदहारण देते हुए कहा कि महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा और दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न को भी इसी प्रकार के दौर से गुजरना पड़ा था, लेकिन वह महान ख़िलाड़ी थे और उन्होंने उस दौर का सामना किया और अपने आप को महान साबित किया। धोनी भी उन्हीं खिलाडियों की सूचि में शामिल होते हैं। मुझे पक्का यकीन है कि वह अपने आप को इस खेल में वापिस लेकर आएंगे और अपनी टीम के लिए मैच जिताएंगे। 3 बार के वर्ल्ड कप चैंपियन ख़िलाड़ी ने धोनी को आने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का सबसे अहम ख़िलाड़ी बताया है। उन्होंने कहा की धोनी के पास अनुभव ने साथ शालीनता और आक्रामकता भी है, जिसका फायदा उनकी टीम को जरुर मिलेगा। उनके बदौलत ही भारत को चैंपियंस ट्रॉफी का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। वह एक महान ख़िलाड़ी हैं जो अपने आपको जल्द से जल्द मैदान में वापस उसी लय में लाना चाहेंगे।