कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) ने बल्लेबाज रोबिन उथप्पा से कर्नाटक छोड़ कर केरल से खेलने के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है। जैसा कि आपको पता होगा KSCA ने पहले ही अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रदान कर चूका है। जिसके बाद उथप्पा का अगले सत्र से केरल सेके लिए खेलने का रास्ता साफ हो चूका है। अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मिलने के साथ ही उथप्पा का कर्नाटक के साथ पुराना रिश्ता भी खत्म हो गया। कर्नाटक के लिए उथप्पा ने पहली बार 17 वर्ष की उम्र में प्रथम श्रेणी मैच खेला था। संघ के अंतरिम सचिव आर सुधाकर राव ने कहा कि हमने उथप्पा को रोकने की काफी कोशिश की जो असफल रही। राव और उथप्पा के बीच प्रमाण पत्र के लिए काफी लम्बी बातचीत हुई, जिसमे राव ने उथप्पा को रोकने की काफी कोशिशे की जो असफल रही। जिसके बाद राज्य क्रिकेट संघ ने अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया। मई के शुरुआत में ही खबर आई थी कि अब उथप्पा घरेलू मैचों में कर्नाटक को छोड़ कर केरल के लिए खेलेंगे। आईपीएल में उथप्पा का प्रदर्शन जबरदस्त रहा है। 2014-15 रणजी ट्रॉफी सत्र में कर्नाटक के लिए खेलते हुए उथप्पा ने सबसे ज्यादा रन बनाए थे। लेकिन उसके बाद से उथप्पा के प्रदर्शन का स्तर लगातार नीचे गया है। पिछले रणजी सत्र में तो उथप्पा ने कर्नाटक के लिए मात्र 6 मैच ही खेले। उथप्पा पहली बार 2006 में सुर्ख़ियों में आये थे जब उन्होंने प्रथम श्रेणी मैचों में 57.05 की औसत से 1084 रन बनाये थे। उसके बाद जल्द ही उथप्पा ने भारत के लिए एकदिवसीय मैचों में अपना पदार्पण भी किया, लेकिन उनकी सबसे उपलब्धि उनका 2007 टी-20 विश्वकप में प्रदर्शन रहा जिसने भारत को विजेता बनने में मदद की। लेकिन उसके बाद निरंतर अच्छा प्रदर्शन नहीं करने की वजह से उन्हें भारतीय टीम से बाहर जाना पड़ा। कर्नाटक के लिए उथप्पा खेलते हुए उथप्पा ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। 2014-15 रणजी सत्र में उन्होंने 3 शतक और 5 अर्धशतक की मदद से 1158 रन बनाकर कर्नाटक को रणजी विजेता बनने में मदद की थी। लेकिन केएल राहुल और करूण नायर जैसे युवाओं के आने के बाद उथप्पा का बल्लेबाजी क्रम भी नीचे हो गया, जिसका असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा। अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद अब उथप्पा केरल के लिए खेलेंगे। केरल ने डेव वाटमोर को अपना कोच नियुक्त किया है। जहां पहले से ही जलज सक्सेना बाहरी खिलाड़ी के रूप में मौजूद हैं। केरल की टीम के लिए उथप्पा का जुड़ना एक अच्छी खबर है जो उसे घरेलू प्रतियोगितों में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद करेगा।