भारतीय टीम (Indian team) के खिलाड़ी रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप के उन पलों को याद किया है जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ टाई हुए मैच के बाद बॉल आउट में हिस्सा लिया था। रॉबिन उथप्पा उन भारतीय खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्होंने बॉल आउट में गेंद को विकेटों में फेंका था। उथप्पा ने उसका जिक्र किया है।
उथप्पा का कहना है कि मुझे याद है कि जब हमने उस मैच को टाई कराया था, तब हम ड्रेसिंग रूम में गए और पता चला कि यह एक 'बॉल आउट' है, मैं सीधे एमएस (धोनी) के पास गया और मैंने कहा 'भाई, मुझे गेंदबाजी करनी है और उन्होंने पलक भी नहीं झपकाई। उन्होंने कहा कि हां ठीक है, आप गेंदबाजी करेंगे।
रॉबिन उथप्पा ने यह भी कहा कि जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे समझ में आता है कि वह किस तरह के लीडर थे। वह उस तरह के आदमी हैं जब आप वास्तव में अपने कौशल और अपनी क्षमता के बारे में सुनिश्चित होते हैं, तो वह इसका समर्थन करते हैं। उन्होंने कप्तान के रूप में अपने पहले गेम में इसका समर्थन किया।
इस भारतीय खिलाड़ी ने यह भी बताया कि भारतीय टीम वेंकटेश प्रसाद की कोचिंग में अभ्यास के दौरान गेंद को विकेटों में मारते थे। इसका अभ्यास टीम को था। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे अलावा रोहित शर्मा और वीरेंदर सहवाग भी अभ्यास के दौरान गेंद को विकेट में डालते थे। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास था कि यदि अवसर मिला तो वह 'सांड' की आँख पर वार करेंगे और वह मौका आ भी गया था।
गौरतलब है कि उस मैच के टाई होने के बाद बॉल आउट में भारत की तरफ से हरभजन सिंह, वीरेंदर सहवाग और रॉबिन उथप्पा गेंद फेंकने के लिए गए थे। तीनों ने ही बेहतरीन काम करते हुए गेंद को विकेटों में डाल दिया था। वहीँ पाकिस्तानी टीम की तरफ से कोई भी गेंदबाज ऐसा करने में सफल नहीं हुआ। पाकिस्तान के लिए शाहिद अफरीदी, उमर गुल और यासिर अराफात ने गेंदबाजी की थी। तीनों की गेंद स्टंप पर नहीं लगी।