चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के दिग्गज बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) का कहना है कि आईपीएल (IPL) का ऑक्शन नहीं होना चाहिए। उन्होंने इसके पीछे एक बड़ी वजह बताई है। उथप्पा के मुताबिक ऑक्शन की वजह से एक प्लेयर को इस बात पर तौला जाता है कि उसे नीलामी के दौरान कितने पैसे मिले, जो सही नहीं है।
रॉबिन उथप्पा आईपीएल के आगामी सीजन में एक बार फिर चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए नजर आएंगे। उन्होंने कहा है कि वो खुद चाहते थे कि एक बार फिर सीएसके का हिस्सा बनें। न्यूज9 वेबसाइट से बातचीत में रॉबिन उथप्पा ने कहा,
मैं सीएसके के लिए ही खेलना चाहता था। मैं यही प्रार्थना भी कर रहा था, यहां तक कि मेरी फैमिली भी चाहती थी कि मैं चेन्नई के लिए ही खेलूं। मैं उस टीम में आकर काफी खुश हूं जहां पर आपको पूरी सिक्योरिटी और सम्मान मिलता है। यहां पर प्लेयर्स को काफी सपोर्ट किया जाता है और इसी वजह से मुझे लगता है कि मैं कुछ भी कर सकता हूं।
आईपीएल ऑक्शन एक एग्जाम की तरह होता है - रॉबिन उथप्पा
उथप्पा ने आगे आईपीएल ऑक्शन को एग्जाम की तरह बताया और कहा कि रिजल्ट के लिए काफी इंतजार करना पड़ता है। उन्होंने आगे कहा,
ऑक्शन एग्जाम की तरह होता है, जिसे आपने लिखा काफी समय पहले है और रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। ये अच्छी फीलिंग नहीं होती है। परफॉर्मेंस के आधार पर राय देना अलग चीज है लेकिन जब आपको आईपीएल में मिलने वाले पैसों पर जज किया जाने लगता है तो वही सही नहीं है। मेरा दिल उन प्लेयर्स के साथ है जो कई सीजन तक आईपीएल का हिस्सा थे लेकिन नीलामी में अनसोल्ड रहे। इससे कभी-कभी काफी बुरा लगता है। अचानक आपकी वैल्यू इस बात पर टिक जाती है कि ऑक्शन के दौरान कितने पैसे आपको मिले।
Edited by सावन गुप्ता