भारतीय क्रिकेट के स्तम्भ सचिन और द्रविड़ जब सन्यास लेने का प्लान बना रहे थे, तो बहुत से युवा खिलाड़ी उनकी जगह लेने के लिए लाइन में थे। रोहित शर्मा उनमे से एक प्रतिभावान बल्लेबाज़ थे जो चयनकर्ताओं को काफी प्रभावित कर रहे थे। वह रणजी और आईपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। साथ ही वह 2007 में आयरलैंड के खिलाफ डेब्यू भी कर चुके थे। शुरू में वह मध्यक्रम के बल्लेबाज़ के तौर पर खेलते थे, लेकिन साल 2013 में उन्हें टीम की सलामी बल्लेबाज़ी सौंप दी गयी थी। अपने पदार्पण के बाद रोहित लगातार अपनी फॉर्म के लिए आलोचना के शिकार बनते रहते थे। लेकिन रोहित ने टीम को जीत दिलाने में कई बार अहम योगदान निभा चुके हैं। साल 2008 में कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज में रोहित ने सचिन के साथ 123 रन की साझेदारी की थी। इन दोनों मुंबई के बल्लेबाजों के इस प्रदर्शन से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में बुरी तरह से हरा दिया था। इस लेख में हम ऐसी ही रोहित की 5 मैच जिताऊ पारियों के बारे में आपको बता रहे हैं: #1 आईसीसी वर्ल्डकप 2015- भारत बनाम बांग्लादेश, क्वार्टरफाइनल साल 2011 की वर्ल्डकप विजेता टीम में रोहित शर्मा को शामिल नहीं किया गया था। लेकिन साल 2015 में उन्हें टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज़ शामिल किया गया था। वह शिखर धवन के साथ मैदान पर सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर उतरते थे। बांग्लादेश के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मुकाबले में रोहित ने बहुत ही अहम पारी खेली थी। जो उनकी आज तक की सबसे अच्छी पारी है। 60 रन के स्कोर पर रोहित शर्मा तब आउट होने से बच गये जब अंपायर ने रूबेल हुसैन की उस गेंद को नोबाल करार दिया था। रोहित शर्मा ने उस वक्त 60 रन 80 गेंदों पर बनाये थे। उसके बाद उन्होंने 126 गेंदों पर 137 रन की पारी खेलकर भारत को सेमीफाइनल का टिकट दिला दिया। रोहित ने रैना के साथ मिलकर 122 रन की साझेदारी निभाई थी। जिससे भारत ने इस मैच में 302 रन बनाये थे। ये वर्ल्डकप में नॉकआउट दौर में सबसे ज्यादा स्कोर है। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड जो बल्लेबाजों के लिए मुफीद है। रोहित को इस पारी के लिए मैन ऑफ़ द मैच का ख़िताब दिया गया। #2 भारत का वेस्टइंडीज दौरा, 2011-तीसरा वनडे साल 2011 एंटीगुआ में तीसरे वनडे में वेस्टइंडीज ने भारत के सामने 226 रन का लक्ष्य रखा था। बाउंसी विकेट पर चेज करने के दौरान भारत ने अपने शीर्ष क्रम को जल्द ही गवां दिया। 92 रन पर भारत के 6 विकेट गिर गये थे। यहाँ से रोहित और हरभजन सिंह ने भारत को एक यादगार विजय दिलाई। इन दोनों ने मिलकर 88 रन की साझेदारी निभाई थी। रोहित ने इस मैच में 86 रन की नाबाद पारी खेली थी। इससे पहले आंद्रे रसेल ने 64 गेंदों पर 92 रन बनाये थे। इस तरह से भारत ने इस मैच को जीतकर सीरीज में 3-0 की बढ़त बना लिया था। रोहित और हरभजन इस मैच में बहुत सूझबूझ वाली पारी खेली थी। दोनों लक्ष्य और रनरेट को ध्यान में रखते हुए बल्लेबाज़ी की थी। रोहित ने चौका जड़कर अपनी टीम को विजेता बनाया था। #3 वेस्टइंडीज का भारत दौरा, 2013-14 - पहला टेस्ट मुंबई के इस दायें हाथ के बल्लेबाज़ ने ईडन गार्डन में हुए इस मैच में बेहतरीन शतक जड़कर अपना डेब्यू किया था। वेस्टइंडीज ने इस मैच में पहली पारी में 234 रन बनाये थे। वहीं भारतीय शीर्ष क्रम बिखर जाने टीम का 83/5 था। छठे क्रम पर रोहित बल्लेबाज़ी करने के लिए आये थे।रोहित ने एक बेहतरीन पारी खेली और अपने डेब्यू मैच में शतक बनाने वाले 14वें भारतीय बन गये। वहीं दुसरे छोर से आश्विन ने भी शतक बना दिया था। इन दोनों की उम्दा साझेदारी ने भारत का स्कोर 453 रन के करीब पहुंचा दिया था। उसके बाद वेस्टइंडीज की पूरी टीम दूसरी पारी में 168 रन पर आलआउट हो गयी और भारत ने इस मैच को मोहम्मद शमी की 47 गेंदों पर 5 विकेट की मदद से एक पारी से जीत लिया। शमी के साथ-साथ रोहित इस मैच के हीरो बने। #4 आईपीएल 2009- डेक्कन चार्जर्स बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स आईपीएल में कई नाटकीय चेज देखने को मिले होंगे लेकिन रोहित ने साल 2009 में यादगार चेज किया था। दूसरी पारी में उन्होंने डेक्कन की तरफ से केकेआर के खिलाफ ये पारी खेली थी। केकेआर ने 160 रन बनाये थे। जहाँ ब्रेड हाज और डेविड हसी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। डीसी का स्कोर एक समय 28 रन पर 4 हो गया था। रोहित जब मैदान पर गये थे। तो टीम को 4 ओवरों में 48 रन बनाने थे। अगले दो ओवर में एक भी गेंद सीमा रेखा के बाहर नहीं गयी थी। ऐसे में केकेआर जीत की ओर बढ़ रही थी। डीसी को अंतिम ओवर में 21 रन बनाने थे। पहली गेंद पर रोहित ने चौका जड़ दिया, तीन फील्डर ही मैदान में रखे थे तो नोबाल दे दिया गया। अगली दो गेंदों पर 2 सिंगल आये। अगली गेंद जो मशरफे मुर्तजा ने फुलटॉस फेंक दी जिस पर रोहित ने जोरदार छक्का जड़ा। उसके बाद वाइड गेंद पर दो रन और मिल गये। इस तरह 2 गेंदों पर 5 रन बनाने थे। इसके बाद रोहित चौका जड़कर मैच को बराबर कर दिया। उसके अंतिम गेंद पर रोहित ने छक्का जड़ दिया। इसके साथ ही डीसी ने ये मैच जीत लिया। #5 श्रीलंका का भारत दौरा, 2014- चौथा वनडे रोहित ने साल 2013 में वनडे में दोहरा शतक बनाकर दिग्गज सचिन और सहवाग के क्लब में शामिल हो चुके थे। लेकिन वह यहीं नहीं रुके रोहित एक और दोहरा शतक साल 2014 में बनाया। जहाँ उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 173 गेंदों पर 264 रन कूट डाले। इन दोनों दोहरा शतकों में भारत को जीत हासिल हुई थी। श्रीलंका के सामने भारत ने 404 रन का लक्ष्य रखा था। ये क्रिकेट इतिहास का 15वां सर्वाधिक लक्ष्य है। रोहित को इस दौरान जीवनदान भी मिले थे। जिसमें थिसारा परेरा ने उनका कैच थर्ड मैन में छोड़ दिया था। तब वह चार रन पर थे। 200 बना लेने के बाद उन्हें दो जीवनदान और मिले थे। रोहित ने इस पारी में 33 चौके और 9 छक्के लगाये थे। हालाँकि श्रीलंका को इस मैच में 251 रन की बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। जिस पर सोशल मीडिया में काफी मजाक बना था। जिसमें एक में लोगों ने कहा, “श्रीलंका रोहित शर्मा से 13 रनों से हार गयी।” लेखक-रवि, अनुवादक-मनोज तिवारी