विराट कोहली और रोहित शर्मा मेरे सबसे करीबी दोस्त हैं : रहाणे

भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने खुलासा किया है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा टीम में उनके सबसे करीबी दोस्त हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जब बीसीसीआई ने टीम चयन के लिए उन्हें फोन किया था तब वह 'स्तब्ध' रह गए थे। पिछले कुछ वर्षों में मुंबई के बल्लेबाज ने खुद को बेहतर क्रिकेटर के रूप में विकसित किया है और अब वह तीनों प्रारूपों में भारतीय बल्लेबाजी का प्रमुख हिस्सा बन चुके हैं। हाल ही में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित हुए रहाणे ने कहा कि टीम का प्रमुख लक्ष्य विश्व में नंबर-1 बनना है। रहाणे के करियर का सबसे प्रभावी तथ्य यह है कि वह विदेशों में काफी सफल रहे हैं। भारतीय टीम ने जब भी विदेशी दौरा किया है, वहां रहाणे ने रन जरुर बनाए। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने स्वीकारा कि जब भारतीय टीम में उनका चयन हुआ था तब वह बहुत शर्मा गए थे और एमएस धोनी व वीरेंदर सहवाग ने उन्हें काफी कंफर्टेबल किया था। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रहाणे ने टीम में पहली बार चयन को लेकर कहा, 'जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मुझे फोन करके टीम में चयन होने की जानकारी दी तब कुछ समय के लिए मैं स्तब्ध रह गया। मैंने अपनी मां को सबसे पहले इस बारे में बताया। हम सभी बहुत खुश थे। मैंने करीब 6 वर्षों तक घरेलू क्रिकेट खेला था।' उन्होंने आगे कहा, 'मेरा मुख्य लक्ष्य अपने देश का प्रतिनिधित्व करना था। मैंने अपना पहला टी20 मैच इंग्लैंड में 2011 में खेला था। सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी और वीरेंदर सहवाग उस टीम के सदस्य थे। मैं बहुत शर्मीला और घबराया हुआ था। मगर उन सभी ने मुझे कंफर्टेबल किया। उन्होंने मुझे अपने आप को अभिव्यक्त करने का विश्वास दिया।' अधिकांश भारतीय बच्चों के समान रहाणे ने भी घर की सोसाइटी में क्रिकेट खेलना शुरू किया और पड़ोसी ने बल्लेबाजी देखकर उनके पिता को उन्हें ट्रायल्स पर भेजने के लिए कहा। रहाणे ने कहा कि सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ उनके आदर्श हैं और उनका मानना है कि क्रिकेट के अलावा भी दोनों से काफी कुछ सीखने को मिला। उन्होंने कहा, 'सचिन और राहुल मेरे आदर्श हैं, न सिर्फ अपनी क्रिकेट प्रतिभा की वजह से बल्कि मैदान के बाहर भी लोग उन्हें पसंद करते हैं।' शीर्ष क्रम के बल्लेबाज का मानना है कि खेल में 'दबाव' को सकारात्मक लेना चाहिए क्योंकि इससे क्रिकेटर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बाहर निकलकर आता है। उन्होंने कहा, 'दबाव सिर्फ एक शब्द है। यह आप पर निर्भर करता है कि इसे कैसे लेते हैं। मैंने इसे हमेशा सकारात्मक और चुनौतीपूर्ण अंदाज में लिया। दबाव या तो आपसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलवाता है या फिर आपको फर्श पर गिरा देता है। जब भी मुझे दबाव दबाव महसूस होता है, मैं अच्छा प्रदर्शन करता हूं।' रहाणे को अब न्यूजीलैंड के खिलाफ 22 सितंबर से कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में पहला टेस्ट मैच में हिस्सा लेना है।