भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में मिली 112 रन की बढ़त का फायदा मिला और रविवार को वो टेस्ट व सीरीज जीतने के करीब पहुंच गया है। भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में तीसरे दिन स्टंप्स तक 63.2 ओवर में 8 विकेट खोकर 227 रन बना लिए हैं। मेजबाज टीम की कुल बढ़त 339 रन की हो गई है। ऋद्धिमान साहा 39 और भुवनेश्वर कुमार 8 रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए हैं। ख़राब रोशनी की वजह से मैच 14 ओवर पहले ही रोक दिया गया। बता दें कि भारत ने पहली पारी में 316 रन बनाए थे जिसके जवाब में कीवी टीम 204 रन पर ढेर हो गई थी। इस तरह पहली पारी के आधार पर मेजबान टीम को 112 रन की बढ़त मिल गई। तीसरे दिन के खेल की शुरुआत में न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी 128 रन पर 7 विकेट से आगे बढ़ाई। जीतन पटेल (47) ने उम्दा पारी खेलकर न्यूजीलैंड को 200 के पार लगाया और बढ़त के अंतर को थोड़ा कम किया। पटेल ने 47 गेंदों में 9 चौको की मदद से 47 रन बनाए। न्यूजीलैंड की पूरी टीम 53 ओवर में 204 रन बनाकर आउट हुई। भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने 48 रन देकर 5 विकेट लिए जबकि मोहम्मद शमी ने 3 और रविंद्र जडेजा व रविचंद्रन अश्विन ने एक-एक विकेट लिया। विशाल बढ़त लेने के बाद दूसरी पारी खेलने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत मैट हेनरी और ट्रेंट बोल्ट ने बिगाड़ दी। हेनरी ने मुरली विजय (7) को मार्टिन गप्टिल के हाथों कैच कराकर भारत को पहला झटका दिया। इसके बाद उन्होंने चेतेश्वर पुजारा (4) को LBW आउट कर दिया। शिखर धवन (17) का ख़राब फॉर्म जारी रहा। उन्हें ट्रेंट बोल्ट ने LBW आउट कर दिया। अजिंक्य रहाणे (1) भी कोई कमाल नहीं दिखा सके और हेनरी की गेंद पर बोल्ट को आसान कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद कप्तान विराट कोहली (45) ने रोहित शर्मा के साथ पांचवे विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी करके भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाने का प्रयास किया। कोहली ने 65 गेंदों में 7 चौको की मदद से 45 रन बनाए। उन्हें बोल्ट ने LBW आउट करके भारत को पांचवा झटका दिया। मेजबान टीम की मुश्किलें तब और बढ़ गई जब रविचंद्रन अश्विन (5) को सांटनर ने LBW आउट कर दिया। तब भारत का स्कोर महज 106 रन था और तब उसकी कुल बढ़त 212 रन ही हुई थी। ईडन गार्डन पर भारत के खिलाफ इंग्लैंड ने 1961-62 में 233 रन के लक्ष्य का सफल पीछा किया था जो अब तक विदेशी टीम का लक्ष्य का सफल पीछा करने के मामले में सर्वश्रेष्ठ है। भारत की बढ़त कम थी और लग रहा था कि कीवी टीम इस मैच को रोमांचक बनाकर अपने नाम कर सकती है। तभी रोहित शर्मा ने ऋद्धिमान साहा के साथ सातवें विकेट के लिए 103 रन की साझेदारी करते हुए भारत को ड्राइविंग सीट पर ला दिया। रोहित के लिए ईडन गार्डन्स हमेशा ही भाग्यशाली साबित हुआ है। उन्होंने टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करते हुए 177 रन की पारी खेली थी। इसके अलावा इसी मैदान पर उन्होंने वन-डे की सबसे बड़ी पारी 264 रन की खेली थी। रोहित ने भारतीय टीम को संकट से उबारा और 132 गेंदों में 9 चौको व 2 छक्कों की मदद से 82 रन बनाए। वह शतक बनाने की हकदार थे, लेकिन सांटनर ने उन्हें कीपर रोंची के हाथों कैच आउट करा दिया। रविंद्र जडेजा ने छक्का जमाकर अपना खाता खोला, लेकिन उसी ओवर में सांटनर की गेंद पर स्थानापन्न खिलाड़ी नीशम को आसान कैच थमा दिया। ऋद्धिमान साहा ने भी अपने होमग्राउंड पर शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने स्थानीय फैंस के सामने रोहित का बखूबी साथ दिया और 87 गेंदों में 3 चौको की मदद से नाबाद 39 रन बनाए। कीवी गेंदबाजों में मैट हेनरी और मिचेल सांटनर ने तीन-तीन विकेट लिए। ट्रेंट बोल्ट ने दो विकेट लिए। भारत के पास चौथे दिन ही न्यूजीलैंड को ऑलआउट करके टेस्ट मैच जीतने का सुनहरा अवसर होगा।