Rohit Shama, Paris Olympics 2024: भारतीय टीम (Team India) के मौजूदा टेस्ट और वनडे फॉर्मेट के कप्तान रोहित शर्मा की गिनती विश्व के सबसे सफल खिलाड़ियों में होती है। वह वनडे फॉर्मेट में तीन दोहरे शतक लगाने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं। वहीं टी20 अंतरराष्ट्रीय में भी वह सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में पहले नंबर पर हैं।
2007 में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत करने वाले रोहित शर्मा तीनों प्रारूपों को मिलकर 19000 से अधिक रन बना चुके हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 48 शतक और 106 अर्धशतक निकले हैं।
अगर रोहित शर्मा क्रिकेटर नहीं होते तो वो किन खेलों में बेहतर हो सकते थे? पेरिस ओलंपिक 2024 को ध्यान में रखते ही हमने उन 3 खेलों को चुना है, जिनमें 37 वर्षीय दिग्गज धमाल मचा सकते थे।
ओलंपिक के इन 3 खेलों में रोहित शर्मा करियर बना सकते थे
1. हॉकी (गोलकीपर)
रोहित शर्मा हॉकी के खेल में गोलकीपर की भूमिका काफी अच्छे से निभा सकते हैं। इसकी मुख्य वजह है उनका जुझारूपन और कभी हार न मानने वाला रवैया। पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता, जिसमें कप्तान हरमनप्रीत सिंह के गोल स्कोरिंग और गोलकीपर पीआर श्रीजेश के सराहनीय डिफेंस की अहम भूमिका रही। पूरे अभियान के दौरान श्रीजेश ने अपने शानदार गोलकीपिंग से तमाम भारतीय फैंस को काफी प्रभावित किया
रोहित शर्मा भी श्रीजेश की तरह अंतिम तक लड़ते हुए जीत हासिल करने में विश्वास रखते हैं। टी20 वर्ल्ड कप 2024 का टाइटल टीम इंडिया को जिताकर उन्होंने इस बात को साबित भी किया था।
2. टेबल टेनिस
एक विश्व स्तरीय टेबल टेनिस खिलाड़ी उसे ही कहा जाता है, जिसके पास अच्छा फुटवर्क, पकड़, अपने शॉट्स में चालाकी और नियंत्रण हो। साथ ही में गेंद को स्पिन करने की क्षमता इस खेल में विरोधियों के लिए अप्रत्याशित हो सकती है।
रोहित शर्मा को गेंद को अच्छी तरह से परखने और तेज गेंदबाजों की गेंदों पर तेजी से प्रतिक्रिया देने के लिए जाना जाता है। वह विशेष रूप से शॉर्ट गेंद के खिलाफ एक अच्छी स्थिति में आ जाते हैं। उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि उनके पास इस शॉट को खेलने के लिए काफी समय रहता है। एक बेहतरीन टेनिस प्लेयर बनने की खूबियां हिटमैन में मौजूद हैं।
3. गोल्फ
गोल्फ में प्रतिस्पर्धी होने के लिए अच्छे स्विंग के अलावा फोकस या जागरूकता की भी आवश्यकता होती है। इस मामले में रोहित शर्मा का मुकाबला कर पाना आसान नहीं है। छक्का लगाने के लिए वह जिस तरह से टाइमिंग और अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हैं, वो अद्भुत है। रोहित अपने बल्ले की स्विंग, टाइमिंग और स्थिति के अनुसार खेलने की क्षमता के कारण गोल्फ के एक बेहतरीन खिलाड़ी हो सकते थे।