भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा विश्वकप में शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टूर्नामेंट के पहले मैच में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने टिककर शतक लगाया और टीम इंडिया को जीत हासिल करवाई। पाकिस्तान के खिलाफ भी उन्होंने शतकीय पारी खेली। अब तक रोहित तीन मैचों में 319 रन बनाकर विश्वकप के टॉप बल्लेबाजों की सूची में पांचवें नंबर पर हैं। कम लोगों को ही पता होगा कि विश्वकप 2011 की टीम में न चुने जाने के बाद रोहित शर्मा ने अपनी बल्लेबाजी को निखारने के लिए कड़ी मेहनत की थी, जिसका परिणाम अब निकलकर आ रहा है। यह खुलासा रोहित के बचपन के कोच दिनेश लाड ने किया है।
दिनेश लाड ने कहा कि मैंने उसे बचपन से ही बल्लेबाजी करते हुए देखा है। वह पहले भी ऐसे ही खेलता था लेकिन अब वह अनुभव के साथ ज्यादा परिपक्व बल्लेबाज बन गया है। उसने 2007 से 2009 तक अच्छा प्रदर्शन किया। तब उसने जिम्बाब्वे के खिलाफ दो शतक भी लगाए थे। हालांकि, 2009 से 2011 तक शोहरत और पैसों में चूर होने की वजह से रोहित का क्रिकेट से ध्यान भटक गया था। वह अपने खेल पर ध्यान नहीं दे सका और 2011 के विश्वकप की टीम से बाहर हो गया।
कोच लाड ने आगे कहा कि विश्वकप टीम में न चुने जाने के बाद निराश रोहित को मैंने अपने घर बुलाया। मैंने उससे कहा कि तुम जहां भी हो, वो क्रिकेट की बदौलत हो। तुम्हारा ध्यान क्रिकेट में नहीं लग रहा है। मैं तुमसे अभ्यास करने की गुजारिश करता हूं, ताकि तुम फिर से वही लय हासिल कर सको। मैंने उससे यह भी कहा कि विराट कोहली तुम्हारे बाद आए हैं लेकिन उन्होंने टीम में अपनी जगह बना ली। इससे तुमको अंतर साफ नजर आएगा। अब तुम्हें अपने खेल पर ध्यान लगाना होगा। उन्होंने मेरी बातों को तवज्जो दी और अपने खेल पर गंभीरता से ध्यान देना शुरू कर दिया। यही उसके क्रिकेट करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।