Rohit Sharma on outfield outbursts: रोहित शर्मा की कप्तानी को लेकर काफी बातचीत होती है। कप्तानी का उनका तरीका थोड़ा अलग है और इसको लेकर वो लगातार चर्चा में भी रहते हैं। कई बार ये देखा गया है कि मैदान पर गलतियां होने पर रोहित बड़े आक्रामक हो जाते हैं। साथी खिलाड़ियों को रोहित मैच के दौरान कई बार डांटते और चिल्लाते भी दिखाई देते हैं। हालांकि रोहित का कहना है कि उनके साथी खिलाड़ी इस बात को समझते हैं और उनका मकसद केवल सभी खिलाड़ियों का बेस्ट निकलवाने और टीम की भलाई का ही होता है।
चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत करते हुए रोहित ने कहा कि वो चाहते हैं भारत दुनिया की बेस्ट टीम बनी रहे, लेकिन लगातार ऐसा कर पाना आसान काम नहीं है।
उन्होंने कहा, मेरा साथी खिलाड़ियों के साथ रिश्ता ऐसा है कि यदि मैं उन्हें मैदान में कुछ कहता हूं तो वे समझते हैं कि मैं उनकी और टीम की भलाई के लिए ऐसा कह रहा हूं। उनसे इस तरह बात करके भला मुझे कौन सी खुशी मिल जाएगी। हम ऐसी टीम बनना चाहते हैं जिससे बहुत कम गलतियां हों।
हम इस बारे में बात करते हैं लेकिन मैदान पर ये कर पाना भी अहम है। कई बार ऐसा होता है कि हम छोटी गलतियां करते हैं और मैं भावुक हो जाता हूं। मुझे भावुक होना पड़ेगा। हालांकि वो सभी मुझे समझते हैं। अगर मैंने किसी को एक ओवर में चिल्लाया है तो उन्हें पता है कि ये केवल उसी ओवर के लिए है। मैं बहुत जल्दी इसे भूल जाउंगा। ऐसी चीजें होती रहती हैं और इनमें ही तो मजा है।
रोहित की कप्तानी में भारतीय टीम इस बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में नहीं जा सकी क्योंकि उन्हें अपने ही घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप होना पड़ा। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में भी उन्होंने टेस्ट सीरीज गंवाई थी। हालांकि, ICC टूर्नामेंट में उनकी कप्तानी में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है। 2023 से अब तक भारत ने ICC टूर्नामेंट में खेले 24 में से 23 मैच जीते हैं और इस दौरान टी-20 विश्व कप तथा चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर चुके हैं।