भारत (India) के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने उन दावों का खंडन किया है कि टीम ने टी20 विश्व कप के पिछले संस्करणों में कंजरवेटिव क्रिकेट खेली थी। 2007 में एमएस धोनी की कप्तानी में उद्घाटन संस्करण जीतने के बाद से भारत ने संघर्ष किया है। टीम इंडिया का अगला सर्वश्रेष्ठ प्रयास 2014 में आया जहां वे श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में हार गए। 2016 में उन्होंने सेमीफाइनल में जगह बनाई लेकिन पिछले साल के टूर्नामेंट में, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ दो सामान्य बल्लेबाजी प्रदर्शनों के कारण टीम इंडिया टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
रोहित शर्मा ने कहा कि विश्व कप में हमें नतीजे नहीं मिले लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम इतने सालों से खराब क्रिकेट खेल रहे थे, मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि हम रूढ़ि कंजरवेटिव क्रिकेट खेल रहे थे। यदि आप विश्व कप में एक अजीब गेम हार जाते हैं, तो ऐसा लगता है कि हम चीजें गलत कर रहे थे और हमने चांस नहीं लिया। लेकिन अगर आप देखें, तो हमने विश्व कप तक पहुंचने वाले अपने गेमों का शायद 80% जीता है, अगर कंजरवेटिव हैं तो इतने मैच नहीं जीत सकते।
गौरतलब है कि पिछले टी20 वर्ल्ड कप में विराट कोहली भारतीय टीम के कप्तान थे। पहले ही मैच में पाकिस्तान के खिलाफ हार के बाद टीम इंडिया के लिए चीजें मुश्किल हो गई। न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के साथ ही टीम इंडिया नॉक आउट दौर से लगभग बाहर हो गई थी।
इस साल ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप होना है। ऐसे में टीम इंडिया के लिए अभ्यास काम आएगा। टी20 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम के पास कुछ सीरीज होंगी जहाँ तैयारी का मौका रहेगा। देखना होगा कि इस बार ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया का प्रदर्शन कैसा रहेगा।