Rohit Sharma Test Retirement: भारतीय टीम के वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने पिछले महीने टेस्ट से संन्यास का ऐलान किया था। रोहित का यह फैसला तब आया, जब इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया की कप्तानी विकल्पों की चर्चा हो रही थी। उनके रिटायरमेंट के फैसले ने फैंस को जरूर निराश किया था। वहीं अब रोहित ने खुलासा किया कि उनके पिता गुरुनाथ शर्मा टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद निराश थे।
रोहित शर्मा के लिए टेस्ट फॉर्मेट में पिछली कुछ सीरीज खास नहीं रही थी। कप्तान के तौर पर फ्लॉप होने के साथ-साथ रोहित के बल्ले से भी रन नहीं आ रहे थे। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित जूझते दिखे और परिणामस्वरूप उन्होंने खुद को आखिरी टेस्ट से ड्रॉप भी कर लिया था। तभी चर्चा होने लगी थी कि शायद रोहित ने अपना आखिरी टेस्ट खेल लिया है। हालांकि, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की जीत के बाद माना जा रहा था कि शायद चयनकर्ता रोहित को टेस्ट में एक लाइफलाइन दे देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और रोहित ने संकेत मिलते ही खुद रिटायरमेंट ले ली।
रोहित शर्मा ने बताई अपने पिता के निराश होने की वजह
हाल ही में, चेतेश्वर पुजारा की पत्नी पूजा की किताब के लॉन्च पर बोलते हुए, रोहित ने खुलासा किया कि उनके पिता टेस्ट क्रिकेट के बड़े फैन हैं और उनसे लंबी चर्चा किया करते थे कि उन्होंने सबसे लंबे प्रारूप में किस प्रकार की पारियां खेली। इसलिए, जब रोहित ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया तो उन्हें निराशा हुई। रोहित ने बताया,
"मेरे पिता ने मुझे लाल गेंद के साथ बहुत क्रिकेट खेलते हुए देखा है, यह तो स्पष्ट है। इसलिए वे लाल गेंद के क्रिकेट की बहुत सराहना करते हैं। और फिर, जाहिर है, जब मैंने अपने रिटायरमेंट की घोषणा की तो वे थोड़े निराश थे। लेकिन वे साथ ही खुश भी थे। लेकिन, हां, यही मेरे पिता हैं। और उन्होंने निश्चित रूप से मेरी आज की सफलता में एक बड़ा योगदान दिया है। उनके बिना, यह कभी संभव नहीं होता। पहले दिन से ही, वह टेस्ट क्रिकेट के फैन रहे हैं। उन्हें इस नए युग के क्रिकेट पसंद नहीं हैं। मुझे आज भी याद है कि उस दिन मैंने वनडे में 264 रन बनाए थे। तब उन्होंने कहा था कि ठीक है। बहुत अच्छा। उनमें कुछ खास उत्साह नहीं था।"
आपको बता दें कि रोहित शर्मा ने साल 2013 में टेस्ट डेब्यू किया था लेकिन उन्हें नियमित मौके 2019 में मिले और बतौर ओपनर बल्ले से खूब सफल भी रहे। रोहित ने अपने टेस्ट करियर में 67 मैच खेले और 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल रहे।