रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को तीनों ही प्रारूपों में भारतीय टीम का कप्तान बना दिया गया है। टी20 और वनडे में पहले ही यह ऐलान हो गया था, जबकि टेस्ट कप्तान के रूप में वह श्रीलंका के खिलाफ सीरीज (IND vs SL) से नजर आएंगे। हाल ही वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज (IND vs WI) में रोहित शर्मा की कप्तानी की हर तरफ चर्चा हो रही है लेकिन विराट कोहली के कोच राजकुमार शर्मा (Rajkumar Sharma) की राय अलग है। शर्मा के मुताबिक रोहित का असली टेस्ट विदेशों में होगा।
रोहित शर्मा की अगुवाई में भारत ने वेस्टइंडीज को वनडे और टी20 सीरीज दोनों में ही क्लीन स्वीप किया और शानदार प्रदर्शन किया।
खेलनीति यूट्यूब चैनल पर राजकुमार शर्मा ने कहा कि भारत घर पर हमेशा से ही जबरदस्त प्रदर्शन करता आया है। उनका मानना है कि सेना देशों में टीम का प्रदर्शन रोहित शर्मा की कप्तानी के मूल्यांकन के लिए सही पैरामीटर होगा।
उन्होंने कहा कि रोहित ने कप्तान के रूप में अपने कार्यकाल की शानदार शुरुआत की है और वह चाहते हैं कि ऐसा ही प्रदर्शन विदेशों में दोहराएं। विराट के कोच ने कहा,
शर्मा की असली परीक्षा सेना देशों में होगी। यहां तक कि सबसे मजबूत टीमें भी भारत आने पर संघर्ष करती हैं। एक भारतीय कप्तान को अक्सर सेना देशों में उसके द्वारा जीते गए मैचों और सीरीजों की संख्या के आधार पर आंका जाता है। शर्मा का कार्यकाल शानदार तरीके से शुरू हुआ है और उनके नेतृत्व में टीम ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है। मुझे उम्मीद है कि विदेशों में भी टीम उनके नेतृत्व में ऐसा ही प्रदर्शन करेगी।
आप एक बार में 4-5 लोगों को कप्तानी के लिए तैयार नहीं कर सकते - राजकुमार शर्मा
हाल ही में चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा ने कहा था कि वे अलग-अलग खिलाड़ियों को उपकप्तान बनाकर रोहित शर्मा के अंडर भविष्य के लिए कप्तान को तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं। हालाँकि राजकुमार शर्मा इस बात से सहमत नहीं हैं और उन्होंने इसे सही एप्रोच नहीं बताया।
शर्मा के मुताबिक टीम मैनेजमेंट को एक आदर्श व्यक्ति का चयन करते हुए लम्बे समय के लिए उपकप्तान बनाकर तैयार करना चाहिए। उन्होंने इसके लिए विराट कोहली का उदाहरण दिया, जिन्होंने एमएस धोनी के अंडर लम्बे समय तक उपकप्तानी की थी।
उन्होंने कहा,
आप कप्तानी के लिए एक साथ 4-5 खिलाड़ियों को तैयार करने की कोशिश नहीं कर सकते। विराट कोहली एमएस धोनी के अंडर लंबे समय तक उपकप्तान बने रहे और उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। इसी तरह, आपको एक ऐसा खिलाड़ी चुनने की जरूरत है जो तीनों प्रारूपों में लंबे समय तक भारत के लिए खेल सकते हैं। अगर आप तीन प्रारूपों के लिए तीन उपकप्तानों की नियुक्ति कर रहे हैं, तो आपके पास तीन अलग-अलग कप्तान होने चाहिए जो उन्हें तैयार कर सकें।
आपको बता दें कि वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए केएल राहुल को उपकप्तान बनाया गया था, जबकि टी20 सीरीज में यह भूमिका ऋषभ पंत ने निभाई थी। वहीं श्रीलंका के खिलाफ टी20 और टेस्ट सीरीज के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस भूमिका में नजर आएंगे।