वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज रोंसफोर्ड बीटन के एक्शन को आईसीसी ने हरी झंडी दे दी है। उनके गेंदबाजी एक्शन को संदिग्ध पाए जाने के बाद प्रतिबन्ध लगाया गया था। वे अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिर से गेंदबाजी कर सकेंगे। आईसीसी ने तुरंत प्रभाव से अपना आदेश लागू कर दिया है। पिछले साल न्यूजीलैंड में वन-डे मुकाबले के दौरान बीटन का गेंदबाजी एक्शन संदिग्ध पाया गया था। मई 2018 जांच के दौरान वे खुद को साबित करने में नाकाम रहे और गेंदबाजी एक्शन भी अवैध पाया गया था। लोबर्ग यूनिवर्सिटी ने उनके एक्शन की जांच में पाया था कि गेंदबाज का हाथ आईसीसी द्वारा निर्धारित 15 डिग्री कोण से ज्यादा मुड़ता है इसलिए इसे सही नहीं ठहराया जा सकता। जांच के बाद मैच अधिकारियों ने बीटन की गेंदबाजी एक्शन के वीडियो और फोटो उपलब्ध कराए और उन्हें राहत मिली। उन्होंने वेस्ट]इंडीज के लिए अब तक 2 अंतरराष्ट्रीय वन-डे मैचों में शिरकत की है। इस वक्त चल रहे कैरेबियन प्रीमियर लीग से उन्हें बाहर रखा गया है और गेंदबाजी एक्शन पर काम करने को कहा गया है। इस वक्त सभी कैरेबियाई खिलाड़ी अपने घरेलू टी20 टूर्नामेंट में व्यस्त हैं। सभी अनुभवी से लेकर युवा खिलाड़ी कैरेबियन प्रीमियर लीग में खेलने का लुत्फ़ उठा रहे हैं। क्रिस गेल भी उसमें हिस्सा के रहे हैं। इसके अलावा कई नामी विदेशी खिलाड़ी भी वेस्टइंडीज में टी20 क्रिकेट का आनन्द उठा रहे हैं ऐसे में बीटन का मन भी जरुर खेलने का होता होगा लेकिन एक्शन में सुधार के बाद ही वे वापस मैदान पर देख जा सकेंगे। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब आईसीसी ने किसी गेंदबाज के एक्शन को लेकर सख्ती दिखाई हो। इससे पहले भी वेस्टइंडीज के ही सुनील नारेन पर भी इस तरह की कार्रवाई की जा चुकी है। सुनील नारेन भी एक्शन सुधार कर काफी समय बाद गेंदबाजी करने मैदान पर उतरे थे।