युवा बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने विजय हजारे ट्रॉफी में अपने परफॉर्मेंस को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि वो सिर्फ प्रोसेस पर ध्यान दे रहे हैं। गायकवाड़ के मुताबिक भले ही उन्होंने इस टूर्नामेंट में काफी रन बनाए लेकिन अगर उनकी टीम नॉकआउट से बाहर ना होती तो फिर ज्यादा अच्छा होता।
ऋतुराज गायकवाड़ ने विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने चार जबरदस्त शतक लगाए और अपनी टीम के लिए कई जबरदस्त पारियां खेली। हालांकि इसके बावजूद महाराष्ट्र अपने ग्रुप में तीसरे पायदान पर रही। महाराष्ट्र ने पांच में से चार मुकाबले जीते लेकिन लीग स्टेज से बाहर हो गए। नेट रन रेट के आधार पर उन्हें बाहर होना पड़ा।
मैं सिर्फ प्रोसेस पर फोकस कर रहा हूं - ऋतुराज गायकवाड़
ऋतुराज गायकवाड़ के मुताबिक वो सिर्फ अपने प्रोसेस पर फोकस कर रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में उन्होंने कहा,
मेरी इस सफलता का कोई राज नहीं है। मैं केवल अपने प्रोसेस पर फोकस कर रहा हूं और ज्यादा नहीं सोच रहा हूं। हालांकि अगर हमारी टीम आगे बढ़ती तो मुझे अपने इस परफॉर्मेंस से ज्यादा खुशी होती। व्यक्तिगत तौर पर ये एक बड़ी उपलब्धि है और मुझे अपने और अपनी टीम पर गर्व है।
आपको बता दें कि ऋतुराज गायकवाड़ का बल्ला विजय हजारे ट्रॉफी में जमकर बोला। उन्होंने महाराष्ट्र के लिए लगातार तीन और कुल मिलाकर चार शतक लगाए।
विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन से पहले ऋतुराज गायकवाड़ ने आईपीएल में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया था। चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलते हुए उन्होंने 16 मैचों में 45.35 की औसत से 635 रन बनाए थे। वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे और उन्होंने ऑरैंज कैप भी जीता था। उनका बल्ला जमकर बोल रहा है।