पहला सत्र: दूसरे दिन भारत ने स्टंप्स तक 49/1 का स्कोर बना लिया था, लेकिन तीसरे दिन शुरुआत में ही केएल राहुल (16) और चेतेश्वर पुजारा (1) जल्दी आउट हो गए। 22 ओवर के बाद भारत का स्कोर 57/3 था, लेकिन इसके बाद कप्तान विराट कोहली (27*) और मुरली विजय ने टीम को संभाला और चौथे विकेट के लिए 43 रन जोड़े। लंच से ठीक पहले मुरली विजय 25 रन बनाकर आउट हुए और भारत का स्कोर 100/4 था। भारत ने पहले सत्र में 23.5 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 51 रन बनाये। दूसरा सत्र: दूसरे सत्र में भारत ने 24.1 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 99 रन बनाये। विराट कोहली 41 और हार्दिक पांड्या 4 रन बनाकर आउट हुए। उसके बाद अजिंक्य रहाणे (46*) ने भुवनेश्वर कुमार (23*) के साथ सातवें विकेट के लिए 51 रनों की बेहद महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई है और भारत की बढ़त 200 के पास पहुंच गई है। चाय के समय भारत का स्कोर 199/6 था और बढ़त 192 रनों की थी। रबाडा ने इस सत्र में गिरे दोनों विकेट लिए। तीसरा सत्र: भारतीय टीम की दूसरी पारी चाय के बाद 247 रनों पर सिमटी। अजिंक्य रहाणे ने 48, भुवनेश्वर कुमार ने 33 और मोहम्मद शमी ने 27 रनों का बेहद महत्वपूर्ण योगदान दिया। भारत की कुल बढ़त 240 रनों की हुई और दक्षिण अफ्रीका को अब वाइटवॉश के लिए 241 रनों की जरूरत है, जो कि इस मुश्किल पिच पर आसान नहीं होगा। भारत ने चाय के बाद 15.1 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 48 रन बनाये। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से वर्नन फिलैंडर, मोर्ने मोर्कल और कगिसो रबाडा ने 3-3 और लुंगी एनगीडी ने एक विकेट लिया। लक्ष्य के जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे दिन स्टंप्स तक 8.3 ओवरों में 17/1 का स्कोर बना लिया है। दक्षिण अफ्रीका को अब जीत के लिए 224 रनों की जरूरत है, वहीं भारत को वाइटवॉश बचाने के लिए 9 विकेट की जरूरत है। हालाँकि इतना तय है कि यह टेस्ट मैच चौथे दिन ही खत्म हो जाएगा। बस देखना है कि क्या भारतीय टीम इस दौरे का अपना पहला मैच जीत पाएगी या नहीं? वैसे वांडरर्स की पिच को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं और ऐसी भी संभावनाएं हैं कि मैच को रद्द कर दिया जाए, क्योंकि यह बल्लेबाजों के लिए काफी मुश्किलें पैदा कर रही है। संक्षिप्त स्कोरकार्ड: भारत: 187 एवं 240 (रहाणे 48, भुवनेश्वर 33, मोर्कल 3/47) दक्षिण अफ्रीका: 194 एवं 17/1 (डीन एल्गर 11*, भुवनेश्वर कुमार 1/7)