दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय टीम को दूसरे टेस्ट मैच में हरा दिया, इसका श्रेय कप्तान डीन एल्गर की नाबाद 96 रन की पारी को जाना चाहिए। एल्गर ने टिककर बल्लेबाजी करते हुए टीम को 7 विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उनको प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुना गया। अपनी टीम की जीत के बाद एल्गर ने कुछ अहम बातें कही।
डीन एल्गर ने कहा कि मुझे नहीं पता कि क्रिकेट मैच जीतने का सही या गलत तरीका क्या है, लेकिन यह मूल चीजों को सही करने के बारे में जरुर है। हमने इसे 1-1 करने के लिए बहुत सारे बॉक्सों पर टिक का निशान लगाया। अब हम काफी आत्मविश्वास के साथ केपटाउन जा रहे हैं, यह आसान नहीं था लेकिन बल्लेबाजों ने ठान लिया था। इसका श्रेय हमारे गेंदबाजों को जाता है कि उन्होंने जो प्रयास किया वह बहुत प्रभावशाली था।
दक्षिण अफ़्रीकी कप्तान ने आगे कहा कि मुझे अभी तक चोट के निशान (जो गेंदें उनको लगी) नहीं दिख रहे हैं, लेकिन अपने देश के लिए खेलने को लेकर यह एक बड़ी प्रेरणा है। मैं जो कुछ भी कर रहा हूं, बड़ी तस्वीर देखना महत्वपूर्ण है और बड़ी तस्वीर अपने देश के लिए गेम जीतना है। जब आप चार दिनों की अवधि में इस तरह का प्रदर्शन करते हैं, तो यह आप ऐसा करने में होने वाले दर्द को भूल जाते हैं। हमारे बल्लेबाजों के लिए यह एक परीक्षा थी और हमने सही बल्लेबाजी लाइनअप के लिए संघर्ष किया। रैसी वैन डर डुसेन के 40 रनों को लेकर एल्गर ने कहा कि वह करियर में काफी आगे तक जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि दक्षिण अफ्रीका को चौथे दिन जीतने के लिए 122 रन चाहिए थे। कुल 240 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए तीसरे दिन मेजबानों ने 2 विकेट पर 118 रन बनाए थे। बचे हुए रन चौथे दिन हासिल करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज में उम्मीदें जिन्दा रखी है।