केपटाउन में भारतीय गेंदबाज़ों के कमाल के बावजूद टीम इंडिया को 72 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। नतीजा ये हुआ कि 3 मैचों की टेस्ट सीरीज़ में अब भारत 0-1 से पीछे है और शनिवार से शुरू हो रहा सेंचुरियन टेस्ट विराट कोहली के लिए सबसे बड़ी परीक्षा लेकर आया है। अगर सेंचुरियन में भी टीम इंडिया को हार मिलती है तो भारत एक मैच पहले ही सीरीज़ हार जाएगा, और कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया की ये पहली टेस्ट सीरीज़ हार होगी।
सेंचुरियन में कोहली के ‘सुप्रीम रिकॉर्ड’ पर ख़तरा
विराट कोहली ने अब तक 33 मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की है जिसमें से 20 बार भारत को जीत मिली है और सिर्फ़ 4 मैचों में ही टीम इंडिया को कोहली की कप्तानी में हार नसीब हुई है, जबकि 9 मुक़ाबलों में हार और जीत का फ़ैसला नहीं आया। ये आंकड़ा तब और भी बेहतरीन लगता है जब नियमित तौर पर टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान बनने के बाद से कोहली के नेतृत्व में भारत ने दक्षिण अफ़्रीका दौरे से पहले 10 टेस्ट सीरीज़ खेली थी, जिनमें 9 लगातार सीरीज़ जीतकर कोहली ने वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की है। बांग्लादेश के ख़िलाफ़ एकमात्र टेस्ट मैच की सीरीज़ फ़ातुल्लाह में बारिश की वजह से ड्रॉ रही थी। यानी सेंचुरियन में अगर भारत की हार हुई तो लगातार 10 सीरीज़ जीतने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का मौक़ा भी कोहली के हाथ से जाएगा और साथ ही पहली बार भारत को कोहली के नेतृत्व में सीरीज़ में हार का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा कोहली के कप्तान के बनने के बाद से कभी भी भारत एक सीरीज़ में दो बार या लगातार दो टेस्ट मैचों में नहीं हारा है।
धवन की जगह रहाणे और साहा की जगह पार्थिव !
केपटाउन में बल्लेबाज़ों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद ज़ाहिर है सेंचुरियन में कुछ बदलाव देखने को मिलें। सभी को चौंकाते हुए अगर मुरली विजय के साथ पार्थिव पटेल सुपर स्पोर्ट पार्क में सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर आएं तो हैरानी की बात नहीं। अगर ऐसा होता है तो एक बार फिर इन फ़ॉर्म के एल राहुल को बाहर ही बैठना पड़ सकता है, लेकिन इससे अजिंक्य रहाणे के प्लेइंग-XI में शामिल होने का रास्ता साफ़ हो जाएगा क्योंकि पार्थिव विकेट के पीछे ऋद्धिमान साहा की जगह ले लेंगे। प्रैक्टिस के दौरान भी पार्थिव पटेल को विकेट कीपिंग दस्तानों में देखा गया है जबकि रहाणे पहली स्लिप में मौजूद थे। इससे पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस में रहाणे को लेकर पूछे गए सवाल पर कोहली ने साफ़ साफ़ कुछ कहने से इंकार कर दिया, लेकिन एक संकेत ज़रूर दिया कि रोहित शर्मा को एक और मौक़ा मिलना तय है। ''एक हफ़्ते पहले सभी ये कह रहे थे कि रहाणे आख़िर प्लेइंग-XI में क्यों हैं ? और फिर अब अचानक सभी कह रहे हैं कि रहाणे क्यों बाहर हैं ? मैं बाहर वालों का सुनकर प्लेइंग-XI का फ़ैसला नहीं करता।'': विराट कोहली
दक्षिण अफ़्रीका का ‘गाबा’ है सुपरस्पोर्ट पार्क
प्रोटियाज़ के लिए सेंचुरियन का सुपर स्पोर्ट पार्क स्टेडियम ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन क्रिकेट ग्राउंड 'गाबा' जैसा है। जहां की उछाल और तेज़ गेंदों का सामना करना भारतीय उपमहाद्वीप के बल्लेबाज़ों के लिए बेहद मुश्किल रहता है। यही वजह है कि इस मैदान पर अब तक एशियाई देशों के ख़िलाफ़ हुए 8 मुक़ाबलों में सभी के सभी प्रोटियाज़ टीम ने जीते हैं। दक्षिण अफ़्रीका ने इस मैदान पर अब तक 22 टेस्ट खेले हैं और उनमें से 17 में जीत दर्ज की है, सिर्फ़ 2 टेस्ट में उन्हें हार मिली है। इसी से अंदाज़ा हो जाता है कि उछाल के साथ साथ क़िस्मत के मामले में भी सुपर स्पोर्ट पार्क ऑस्ट्रेलिया के गाबा की तरह है जहां ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त देना मुश्किल ही नहीं पिछले दो दशकों से नामुमकिन रहा है। भारत ने इस मैदान पर अब तक सिर्फ़ एक मुक़ाबला खेला है, जहां उसे 2010-11 दौरे पर पारी की हार झेलनी पड़ी थी। उस मुक़ाबले में ही सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में अपना 50वां शतक जड़ा था, महेंद्र सिंह धोनी ने भी दूसरी पारी में लाजवाब 90 रन बनाए थे।
हरी की जगह भूरी है पिच लेकिन तेज़ी और उछाल से है भरी
मैच से पहले पिच का मुयाना करने गए प्रोटियाज़ कप्तान फ़ाफ़ डू प्लेसी पिच के रंग को देखकर ज़रूर हैरान रह गए। सेंचुरियन की पिच पर हरी घास नहीं थी बल्कि पिच पूरी तरह भूरी दिखाई दे रही थी, जिसकी वजह है तेज़ गर्मी और चिलचिलाती धूप। हालांकि पिच क्यूरेटर का कहना है कि भले ही पिच हरी नहीं दिख रही हो लेकिन इस पिच पर तेज़ गेंदबाज़ों को केपटाउन से ज़्यादा मदद मिलने के आसार हैं क्योंकि यहां की ख़ासियत है ज़रूरत से ज़्यादा उछाल। यही वजह है कि इस पिच को मौजूदा वक़्त में दुनिया की सबसे तेज़ और ज़्यादा उछाल वाली पिच में से एक माना जाता है। इस पिच के बारे में एक और बात हैरान कर देने वाली ये है कि पहले दिन ये बल्लेबाज़ों के लिए काफ़ी अच्छा रहती है, लेकिन दूसरे और तीसरे दिन से तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मददगार होती है। लिहाज़ा इस पिच पर टॉस जीतना अहम हो सकता है और विजेता कप्तान पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला करना चाहेंगे।
दोनों ही टीमों की प्लेइंग-XI में बदलाव तय
केपटाउन टेस्ट के दौरान एड़ी में चोट लगने के बाद प्रोटियाज़ तेज़ गेंदबाज़ डेल स्टेन इस सीरीज़ से बाहर हो गए हैं, लिहाज़ा उनकी जगह सेंचुरियन टेस्ट में ऑलराउंडर क्रिस मॉरिस को मौक़ा मिल सकता है। जबकि टीम इंडिया का इस मैच में एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ के साथ जाना तय माना जा रहा है, साथ ही पिच में उछाल को देखते हुए इशांत शर्मा की भी वापसी संभव दिख रही है। इशांत को किसी तेज़ गेंदबाज़ की जगह शामिल किया जा सकता है, या ये भी हो सकता है कि उनके लिए आर अश्विन को प्लेइंग-XI से बाहर रखा जाए, क्योंकि सेंचुरियन की पिच पर स्पिनरों का रिकॉर्ड बेहद निराशाजनक रहा है। भारत संभावित-XI: मुरली विजय, पार्थिव पटेल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह दक्षिण अफ़्रीका संभावित-XI: एडेन मार्करम, डीन एल्गर, हाशिम अमला, एबी डीविलियर्स, फ़ाफ़ डू प्लेसी, क्विंटन डी कॉक, क्रिस मॉरिस, वर्नन फ़िलैंडर, कगिसो रबाडा, केशव महाराज और मोर्न मॉर्कल