सचिन सर्वकालिक महान में से एक हैं और विराट में ऐसा बनने की क्षमता : मैक्ग्रा

Indian batsman Sachin Tendulkar (L) and

भारतीय टीम के पोस्टर बॉय विराट कोहली ने कई मैच विजयी पारियां खेलकर कुछ ही समय में अपने प्रशंसकों की संख्या बहुत बढ़ा चुके हैं। जिस तरह कोहली ने अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है और शानदार शतक जमाए हैं तो उनकी तुलना महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से होने लगी है। तेंदुलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 100 शतक जमाए हैं। जहां कोहली और सचिन तेंदुलकर की तुलना कम होने का नाम नहीं ले रही है, वहीं पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा ने कहा है कि दोनों के बीच इतनी जल्दी तुलना करना सही नहीं होगा। इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए 46 वर्षीय महान तेज गेंदबाज ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि तेंदुलकर सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में से एक हैं और विराट में क्षमता है कि अपने करियर के अंत तक वह भी यह उपलब्धि हासिल कर लेंगे। मैक्ग्रा ने कहा, 'सचिन सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में से एक है। इसमें किसी को कोई संदेह नहीं। कई लोग विराट और सचिन की तुलना करना शुरू कर चुके हैं। मेरे ख्याल से ऐसा करना जल्दबाजी होगी। जी हां विराट में क्षमता है और मुझे लगता है कि अपने करियर के अंत तक वह महान बल्लेबाजों की सूची में शुमार हो जाएंगे, लेकिन मेरा मानना है कि ऐसा मुकाम हासिल करने के लिए आपको 100 टेस्ट खेलने चाहिए या फिर 10 से 12 वर्ष और क्रिकेट खेलना चाहिए। इस पल सचिन महान में से एक हैं, विराट के ऐसा बनने की क्षमता है। बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट और 463 वन-डे मैच खेले तथा 100 अंतरराष्ट्रीय शतक जमाए। वहीं कोहली ने 45 टेस्ट और 171 वन-डे में 37 अंतरराष्ट्रीय शतक जमाए हैं। कई क्रिकेट पंडितों का मानना है कि कोहली इसी गति से रन बनाना जारी रखते हैं तो निश्चित ही वह सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। सचिन तेंदुलकर पहली ही कह चुके हैं कि कोई भारतीय अगर उनका रिकॉर्ड तोड़ता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। विराट कोहली भी कह चुके हैं कि उनकी नजरों में हमेशा ही सचिन तेंदुलकर महान बल्लेबाज रहेंगे और वह कभी भी इस दिग्गज से तुलना नहीं करना चाहते। अब यह देखने लायक होगा कि सचिन और विराट के बीच हो रही तुलना का सार क्या निकलेगा। बहरहाल, इसमें जीत किसी की भी हो, भारतीय प्रशंसकों को खुशी निश्चित ही मिलना तय है।