2. आखिरी ओवर में 6 या इससे कम रन का बचाव
यदि बल्लेबाजी टीम को अंतिम ओवर में 10-12 रन से कम की जरूरत है, तो उनके मैच जीतने की संभावना ज्यादा होती है और जब लक्ष्य अंतिम ओवर में 6 रन या उससे कम है, तो यह गेंदबाजी टीम के लिए नामुमकिन सा लगता है।
अंतिम ओवर में छह रन या उससे भी कम स्कोर का बचाव करना बहुत ही दुर्लभ उपलब्धि है। लेकिन सचिन ये उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। तेंदुलकर एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने आखिरी ओवर में छह से भी कम रन का बचाव किया है।
1993 में तेंदुलकर ने आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ छह रन का बचाव करते हुए भारत को एक मशहूर जीत दिलाई। उन्होंने उस ओवर में केवल तीन रन दिए थे। 1997 में ऐसी ही परिस्थिति में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी ओवर की पहली गेंद पर ऑस्ट्रेलिया का आखिरी विकेट लेकर यह उपलब्धि दोहराई थी।
Edited by सावन गुप्ता