अपने 24 वर्षीय क्रिकेट करियर में सचिन तेंदुलकर जितने भी विपक्षी कप्तानों के खिलाफ खेले, उनमें इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन को उन्होंने श्रेष्ठ विपक्षी कप्तान माना है। सचिन ने ऐसा अपनी आत्मकथा “‘प्लेयिंग इट माय वे’ में लिखा। इस किताब में सचिन ने अपने करियर से जुड़ी तमाम बातों का जिक्र किया है, उसी में उन्होंने श्रेष्ठ विपक्षी कप्तान के बारे में भी एक पैराग्राफ लिखा है। पूर्व भारतीय लीजेंड और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले तेंदुलकर के अनुसार “जिन विपक्षी कप्तानों के खिलाफ मैं खेला, उनमें नासिर हुसैन को मैं श्रेष्ठ मानता हूं। वे एक उत्कृष्ट रणनीतिकार थे, कुछ मौकों पर उन्होंने नकारात्मक युक्तियां भी अपनाई, जैसे बाएं हाथ के स्पिनर एश्ले जाइल्स से मेरे खिलाफ ओवर द विकेट आकर लेग स्टम्प पर गेंदबाजी करवाना। खेल के बारे में उनकी सोच अच्छी थी और सक्रिय रहते थे।" चेन्नई में जन्म लेने वाले नासिर हुसैन ने 1989 से 2004 के बीच इंग्लैंड के लिए 96 टेस्ट और 88 एकदिवसीय मैचों में शिरकत की। टेस्ट में हुसैन ने 5764 और वन-डे में 2332 रन बनाए। उनके नाम 15 अंतर्राष्ट्रीय शतक दर्ज हैं। सचिन ने नासिर हुसैन की कप्तानी की एक और खूबी के बारे में लिखा “वे शॉट लगने के बाद उस स्थान पर फील्डर नहीं लगाते थे, बल्कि उनमें शॉट के बारे में पहले से सोचने की क्षमता थी, इसलिए वहां फील्डर रख देते थे।“ नासिर हुसैन के अलावा सचिन ने 2015 विश्वकप में ऑस्ट्रेलियाई टीम का नेतृत्व करने वाले पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क की भी तारीफ की। तेंदुलकर ने क्लार्क को महान ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग, स्टीव वॉ और मार्क टेलर जैसा माना। उल्लेखनीय है कि तेंदुलकर ने भारत के लिए 200 टेस्ट मैच तथा 463 वन-डे मैचों में शिरकत की, जो एक विश्व रिकॉर्ड है। उन्होंने 1989 में अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत की और 24 वर्षों तक लगातार खेलने के बाद 2013 में इस खेल को अलविदा कह दिया था। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 34357 रन बनाए हैं, जिनमें 100 शतक शामिल हैं। सचिन ऐसा करने वाले विश्व के पहले खिलाड़ी हैं, इसलिए उन्हें इस खेल के भगवान के रूप में जाना जाता है।