3 Iconic Cricket Moments at Wankhede Stadium: मुंबई के वानखेडे क्रिकेट स्टेडियम ने अपने 50 साल पूरे कर लिए हैं। भारत के सबसे पुराने स्टेडियमों में से एक वानखेड़े दुनिया के सबसे मशहूर स्टेडियमों में से एक भी है। 1975 में इस मैदान पर टेस्ट मैच के रूप में पहला इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेला गया था। इस मैदान ने कई शानदार और भारतीय फैंस के लिए यादगार मैचों को होस्ट किया है। इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस की टीम इसी मैदान पर अपने घरेलू मैच खेलती है। यह स्टेडियम कई ऐतिहासिक उपलब्धियों का गवाह भी रहा है। आइए एक नजर डालते हैं उन तीन बड़े आइकोनिक क्रिकेट मोमेंट्स पर जो इस मैदान पर हुए।
#3 सुनील गावस्कर का पहला होम टेस्ट दोहरा शतक
टेस्ट क्रिकेट में 10000 रन बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भारत में अपना पहला टेस्ट दोहरा शतक वानखेड़े में ही बनाया था। क्रिकेट इतिहास के सबसे दिग्गज बल्लेबाजों में से एक गावस्कर का पहला घरेलू टेस्ट दोहरा शतक इस मैदान पर आना इसलिए भी खास था क्योंकि वह मुंबई के ही हैं। 1978 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने 205 रनों की पारी खेली थी और दूसरी पारी में भी अर्धशतक जड़ा था। हालांकि, यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
#2 भारत की वनडे विश्व कप जीत
2011 वनडे क्रिकेट विश्व कप का फाइनल वानखेड़े में ही खेला गया था। भारत ने इस फाइनल में श्रीलंका को हराते हुए 28 साल के बाद वनडे विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने जो इतिहास रचा था उसका साक्षी वानखेड़े का यह मैदान बना था। धोनी ने छक्का लगाकर जब मैच खत्म किया था तो पूरे वानखेड़े के साथ ही पूरा भारत भी खुशी से झूम उठा था।
#1 क्रिकेट के भगवान की विदाई
वानखेड़े के अब तक के इतिहास में सबसे यादगार लम्हा सचिन तेंदुलकर की विदाई ही होनी चाहिए। दो दशक से भी अधिक समय तक भारतीय क्रिकेट की सेवा करने वाले सचिन को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। सचिन के लिए इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती थी कि उन्होंने अपना 200वां और अंतिम टेस्ट अपने घरेलू मैदान पर ही खेला।
इस टेस्ट मैच को देखने के लिए सचिन के लगभग सारे करीबी मैदान में पहुंचे थे। सचिन के लिए यह काफी भावुक मैच भी था क्योंकि जहां से उन्होंने काफी कम उम्र में अपना करियर शुरू किया था वहीं पर ही आकर सबकुछ हासिल करने के बाद उन्होंने अपना करियर खत्म भी किया।