पूर्व भारतीय कप्तान और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर इस वर्ष होने वाले आईसीसी महिला विश्वकप के लिए काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। उन्होंने इसका जिक्र अपनी कलम के जरिये किया है। आईसीसी के लिए एक कॉलम में तेंदुलकर ने लिखा “आप में से कुछ लोगों के लिए थाईलैंड का क्रिकेट विश्वकप में भाग लेने की दावेदारी आश्चर्य हो सकता है लेकिन यह एक वास्तविकता है। अगले सप्ताह कोलंबो में क्वालिफ़ायर्स मैचो में खेलेगी।“ अपने जमाने में मास्टर ब्लास्टर के नाम से मशहूर रहे तेंदुलकर ने आगे लिखा “इसके बाद जून-जुलाई 2017 में युनाइटेड किंगडम में महिला विश्वकप होगा, इसमें हम विश्व की कुछ श्रेष्ठ महिला खिलाड़ियों को क्रिकेट खेलते हुए देखेंगे।“ सचिन ने यह भी कहा कि महिला क्रिकेट का विस्तार भी लिंग समानता और अधिकारों का उत्प्रेरक है। उनके अनुसार “महिला क्रिकेटरों ने दुनिया भर के खेल प्रेमियों की कल्पनाओं को पकड़ा है। उन्होंने अपने प्रदर्शन से दर्शकों की संख्या में इजाफा किया है। उन्होंने जान लड़कियों को खेलों में भाग लेने में दिलचस्पी दिखाई है। एक समय इस खेल के पदचिन्ह दुनिया में विस्तार की मांग कर रहे थे। इसका क्रिकेट नहीं खेलने वाले देशों में भी इसका विस्तार हुआ है।“ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में महिलाओं की प्रगति से गर्व और खुशी मिलने की बात भी पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कही। भारतीय महिला खिलाड़ी मिताली राज और झूलन गोस्वामी के उन्हें अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। बताते चलें कि सचिन तेंदुलकर के नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक दर्ज हैं और वे ऐसा करने वाले विश्व के पहले क्रिकेटर हैं। 2003 में दक्षिण अफ्रीका में हुए आईसीसी विश्वकप में सचिन तेंदुलकर ने सर्वाधिक रन बनाए थे। उन्होंने इस दौरान खेले गए 11 मैचों में 673 रन बनाकर टूर्नामेंट के श्रेष्ठ बल्लेबाज का खिताब जीता था। भारत उस विश्वकप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों पराजित हुआ था। 2011 विश्वकप में भी सचिन ने अच्छी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया था।