सचिन, गांगुली और लक्ष्मण ने बीसीसीआई से मेहनताने की मांग की

बीसीसीआई में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण वाली तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति ने टीम इंडिया के नए कोच का चयन करने के कार्य की एवज में उचित मेहनताने की मांग की है। पूर्व भारतीय बल्लेबाजों के अनुसार उनका कार्य अवेतनिक नहीं होना चाहिए। यह मांग बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी के समक्ष रखी गई है, इस मामले पर उनके द्वारा जल्दी ही संज्ञान लेने की उम्मीद है। कुछ बोर्ड पदाधिकारियों के अनुसार इन तीनों बड़े खिलाड़ियों को सेवाओं का भुगतान नहीं करना चाहिए। इन्डियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में एक बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक "इसके लिए बीसीसीआई की उप-समिति होनी चाहिए और उनमें से किसी को बोर्ड का सदस्य होना चाहिए। बोर्ड की अन्य समितियों के सदस्यों को भी भुगतान नहीं मिलता है। पहले भी ऐसी मांग आई थी लेकिन बीसीसीआई ने ऐसा नहीं किया।" गौरतलब है कि भारतीय टीम के मौजूदा कोच अनिल कुंबले का कार्यकाल 23 जून को समाप्त हो रहा है, यह चैम्पियंस ट्रॉफी के तुरंत बाद खत्म हो जाएगा। भारतीय टीम और अनिल कुंबले के बीच विवादों की ख़बरें आने के बाद क्रिकेट सलाहकार समिति को मामला देखने के लिए कहा गया था। ऐसा चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले किसी भी प्रकार के विवाद को दूर करके के उद्देश्य से ऐसा किया गया। इसके अलावा सलाहकार समिति को नए कोच का चयन करने की जिम्मेदारी भी मिली है। क्रिकेट सलाहकार समिति के भुगतान की बात सबसे पहले 2015 में आई थी, इसके कुछ महीनों बाद समिति का गठन हुआ था। उस समय के बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने यह कहते हुए इसे ख़ारिज कर दिया था कि बीसीसीआई के किसी अधिकारी को भुगतान नहीं किया जाएगा। उनके अनुसार बोर्ड डैली भत्ता, आवास और मीटिंग के दिन अपने पैनल सदस्यों को कार उपलब्ध करवाता है। तीनों पूर्व दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों वाली क्रिकेट सलाहकार समिति की इस मांग पर बीसीसीआई सीईओ राहुल जोहरी क्या निर्णय लेते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा और यह समय के साथ साफ़ भी हो जाएगा।