Sachin Tendulkar and Vinod Kambli BCCI Pension: सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट के भगवान का दर्जा दिया जाता है, वहीं विनोद कांबली को भी उन क्रिकेटर्स में शुमार किया जाता है, जिनके अंदर काफी प्रतिभा थी लेकिन फिर करियर परवान नहीं चढ़ा। इन दोनों की यारी के बारे में हर किसी को पता है, दोनों दोस्तों ने एक साथ शुरुआत की थी।
अपने संघर्ष और परिश्रम से सचिन तेंदुलकर काफी आगे निकल गए और विनोद कांबली पीछे रह गए। बता दें कि विनोद कांबली ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2000 में खेला था। वहीं, सचिन तेंदुलकर ने 2013 में अपने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। गलत आदतों और संगत की वजह से कांबली का करियर जल्द ही खत्म हो गया। हालांकि इन दोनों को ही बीसीसीआई हर महीने पेंशन देता है। इस आर्टिकल में जानें दोनों की बीसीआई पेंशन में कितना अंतर है।
सचिन तेंदुलकर की बीसीसीआई पेंशन
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर नेटवर्थ और बीसीसीआई पेंशन के मामले में अपने दोस्त विनोद कांबली को काफी आगे हैं। सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के साथ-साथ ब्रांड प्रमोशन और बिजनेस से भी अच्छी खासी कमाई की है, मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक दिग्गज क्रिकेटर की नेटवर्थ 1400 करोड़ है। वहीं मीडिया रिपोर्टस और बीसीसीआई नियमों के अनुसार सचिन तेंदुलकर को हर महीने बीसीसीआई से 70,000 रुपए मिलते हैं।
विनोद कांबली को मिलती है हर महीने इतनी रकम
पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली की मौजूदा हालत के बारे में हर कोई जानता है, विनोद कांबली शारीरिक समस्याओं के साथ-साथ आर्थिक हालातों से भी जूझ रहे हैं। कांबली की नेटवर्थ की बात करें तो रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब विनोद कांबली क्रिकेट करियर के शिखर पर थे तो उनके पास 1 से 1.5 मिलियन डॉलर के बीच संपत्ति थी। लेकिन साल 2022 में उनके पास सिर्फ सालाना 4 लाख रुपये ही रह गए थे। विनोद कांबली इस वक्त बीसीसीआई से मिलने वाली पेंशन पर ही निर्भर हैं, विनोद कांबली को बीसीसीआई से हर महीने 30,000 रुपये की पेंशन मिलती है।