सचिन तेंदुलकर थर्ड अंपायर द्वारा आउट दिए गए पहले क्रिकेटर थे

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि सचिन तेंदुलकर दुनिया के पहले ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्हें थर्ड अंपायर ने आउट दिया था। यह क्रिकेट के लिए एक अद्भुत दिन था क्योंकि, तब तकनीक ने पहली बार खिलाड़ियों को आउट दिए जाने में अहम भूमिका निभाई थी। यह 14 नवम्बर 1992 का दिन था और कार्ल लीबेनबर्ग ने यह निर्णय दिया था। यह भारत का रंगभेद प्रकरण के बाद दक्षिण अफ्रीका के साथ पहला दौरा था। इस ऐतिहासिक सीरीज में यह पहला फैसला लिया गया, जब सचिन तेंदुलकर दुनिया के पहले ऐसे खिलाड़ी बने, जिन्हें थर्ड अंपायर ने रन आउट करार दिया। यह टेस्ट सीरीज का पहला मैच था जो किंग्समीड डरबन में खेला गया। भारतीय कप्तान मोहम्मद अज़हरुदीन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी। उनका यह फैसला सही साबित हुआ और पूरी टीम 254 के स्कोर पर सिमट गयी। दक्षिण अफ़्रीकी कप्तान ने सबसे ज्यादा 118 रन बनाये थे, जबकि टीम इंडिया के कपिल देव ने 3 विकेट झटके थे। मैच के दूसरे दिन ब्रायन मैकमिलन और ब्रेट स्कूटज़ की बेहतरीन गेंदबाजी ने भारतीय ओपनरों को सस्ते में चलता किया। 22 रन के कुल योग पर दोनों ही ओपनर वापस पवेलियन लौट चुके थे, तब सचिन तेंदुलकर ने क्रीज पर कदम रखा और रवि शास्त्री के साथ पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने तेजी से 16 रन जोड़े और तभी ये ऐतिहासिक पल आया।

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टीम के 38 रन के योग पर भारतीय बल्लेबाजों के लिए खतरनाक साबित होते ब्रायन मैकमिलन ने 19 वर्षीय तेंदुलकर को गेंदबाजी की। इस दौरान 11 रन के योग पर खेल रहे तेंदुलकर ने गेंद उस समय के सबसे महान फील्डर जोंटी रोड्स की तरफ पॉइंट पर खेली। तेंदुलकर ने एक जोखिम भरा रन लेना चाहा पर जोंटी रोड्स अपनी बाईं तरफ मुड़े और बॉल पकड़कर स्टंप्स की तरफ फेंकी। क्रीज के दूसरी तरफ खड़े रवि शास्त्री ने सचिन को वापस जाने के लिए कहा, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के पूर्व विकेटकीपर एंड्रू हडसन ने गेंद हाथ में आते के साथ ही विकेट की गिल्लियां बिखेर दी, जिसके बाद तेंदुलकर वापस क्रीज पर आये और ऐसा लगा कि वे पहुंच चुके हैं। रोड्स ने हाथ अपने सर पर रखे, वहीँ उन्हें लगा कि तेंदुलकर सुरक्षित क्रीज़ में प्रवेश कर चुके हैं। लेग अंपायर सायरिल मिचली ने तीसरे अंपायर कार्ल लीबेनबर्ग से पूछा। रिप्ले में साफ दिखा कि सचिन क्रीज से दूर थे और अंपायर को आउट देने में कोई हिचकिचाहट नहीं हुई। सचिन ने 11 रन बनाये। प्रवीण आमरे ने उसके बाद शतक जड़ा और भारत ने 277 बनाये, जिससे भारत को महत्वपूर्ण बढ़त मिली। यह मैच ड्रा रहा और प्रवीण आमरे को उनकी बेहतरीन पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। दक्षिण अफ्रीका ने पोर्ट एलिज़ाबेथ में तीसरा टेस्ट 9 विकेट से जीतने के कारण 4 मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम की। केप्लर वेसेल्स ने सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाये, जबकि "व्हाइट लाइटनिंग" एलेन डोनाल्ड ने जबसे ज्यादा विकेट झटके। उन्होंने 20 विकेट के साथ मैन ऑफ द सीरीज का अवार्ड भी जीता। इसके बाद टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका से 7 मैचों की वनडे सीरीज भी 5-2 के अंतर से हारी। लेखक: सौरव चौधरी अनुवादक: मोहन कुमार