पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट (Salman Butt) ने भारतीय तेज गेंदबाजी सेट-अप पर सवाल उठाये हैं। बट के मुताबिक भारत में तेज गति वाले गेंदबाजों को बैक नहीं किया जाता है, केवल उन्हीं गेंदबाजों को मैनेजमेंट का समर्थन मिलता है जो 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से गेंदबाजी करते हैं। उनके मुताबिक इससे टीम को विकसित होने में मदद नहीं मिल रही है।
भारतीय तेज गेंदबाजों का हालिया प्रदर्शन सवालों के घेरो में रहा है। टीम के तेज गेंदबाज कई मौकों पर काफी साधारण नजर आये। इसका उदाहरण हमें टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में देखने को मिला, जहाँ इंग्लैंड ने बिना किसी नुकसान के 170 रन बनाकर मैच जीता। वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में भी टॉम लैथम और केन विलियमसन ने एक बड़ी साझेदारी करते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई।
अपने यूट्यूब चैनल पर भारतीय तेज गेंदबाजी को लेकर सलमान बट ने कहा,
भारत को गंभीरता से इस बारे में सोचना होगा कि क्या वे अपने तेज गेंदबाजों को लाना चाहते हैं और उनका उपयोग करना चाहते हैं या मध्यम तेज गेंदबाजों पर टिके रहना चाहते हैं। आप उन तेज गेंदबाजों को मौका क्यों नहीं देते जिनके पास गति है और उन्हें अनुभव हासिल करने देते हैं? जब आप 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले गेंदबाजों के साथ खेल रहे होते हैं तो ऐसा लगता है कि कुछ नहीं बदल रहा है।
न्यूजीलैंड को डराने के लिए भारतीय गेंदबाजी खतरनाक नहीं - सलमान बट
न्यूजीलैंड के खिलाफ जारी वनडे सीरीज में भारतीय गेंदबाजी में पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने केवल उमरान मलिक को ख़तरा बताया। उन्होंने कहा,
टीम इंडिया की गेंदबाजी में ऐसा कुछ नहीं है जिससे न्यूजीलैंड को खतरा हो। उमरन मलिक ने तेजी से गेंदबाजी की। उन्होंने जो रन दिए, वह उनकी गति के कारण थे, लेकिन उन्होंने विकेट लिए। आखिरी 2-3 ओवरों को छोड़कर वह अन्य की तरह महंगे नहीं थे। बाकी गेंदबाजी अच्छी बल्लेबाजी पिच पर काफी औसत दिखती है।