भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के युवा तेज गेंदबाज उमरान मलिक (Umran Malik) की चर्चा इस वक्त काफी हो रही है। हाल ही में 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डालकर उन्होंने नया रिकॉर्ड बना दिया। इसके बाद से ये चर्चा शुरू हो गई है कि क्या उमरान मलिक पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का रिकॉर्ड तोड़ देंगे जिनके नाम वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड है। हालांकि पूर्व पाकिस्तानी कप्तान सलमान बट्ट इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उनके मुताबिक उमरान मलिक की तुलना शोएब अख्तर से करना सही नहीं है। शोएब अख्तर एक अलग ही लेवल के खिलाड़ी थे।
उमरान मलिक ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ मुंबई में खेले गए पहले टी20 मुकाबले के दौरान 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंककर नया रिकॉर्ड बना दिया। वो भारत की तरफ से सबसे तेज गेंद फेंकने वाले गेंदबाज बन गए। इसके बाद उमरान मलिक ने शोएब अख्तर के सबसे तेज गेंद का रिकॉर्ड भी तोड़ने की बात कही। इस पर शोएब अख्तर ने भी पलटवार किया और कहा कि उमरान मलिक कहीं मेरा रिकॉर्ड तोड़ते-तोड़ते अपनी हड्डियां ना तुड़वा लें।
उमरान अभी शोएब अख्तर के रिकॉर्ड से काफी दूर हैं - सलमान बट्ट
वहीं सलमान बट्ट ने सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए उमरान मलिक की शोएब अख्तर के साथ तुलना को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उमरान और हारिस रऊफ के बारे में बात होती है कि वो शोएब अख्तर का रिकॉर्ड तोड़ देंगे लेकिन ये काफी मुश्किल है। अपने यू-ट्यूब चैनल पर उन्होंने कहा,
इस वक्त दोनों ही गेंदबाज शोएब अख्तर के रिकॉर्ड से काफी दूर हैं। हालांकि रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं। शोएब अख्तर तीनों ही फॉर्मेट खेलते थे और लंबे स्पेल डालते थे। वो ना केवल तेज थे बल्कि काफी चतुर गेंदबाज भी थे। उन्हें पता था कि बल्लेबाजों को कैसे आउट किया जाता है। यहां तक कि जब वो 39 साल के थे तब भी भारत के खिलाफ उन्होंने 159 की स्पीड से गेंदबाजी की थी। उनके पास जो कला थी वो उमरान और हारिस के पास नहीं है। हालांकि दोनों ही यंग हैं और कुछ भी हो सकता है लेकिन ये वैसे ही है जैसे किसी बल्लेबाज ने लगातार तीन शतक लगा दिए हों और हम कहने लगें कि वो सचिन के 100 शतकों का रिकॉर्ड तोड़ सकता है। लोग अपने करियर में उतने मैच भी नहीं खेल पाते हैं।