पूर्व भारतीय विकेटकीपर समीर दिघे को मुंबई का कोच बनाया गया

पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज समीर दिघे को अगले घरेलू सीजन के लिए मुंबई का कोच नियुक्त किया गया है। दिघे चंद्रकांत पंडित की जगह लेंगे, जिन्होंने 2015-16 सीजन का टाइटल दिलाने के अलावा मुंबई को पिछले सीजन में फाइनल में भी पहुंचाने में अपना योगदान दिया था।
दिलीप वेंगसरकर की अगुआई वाले मुंबई क्रिकेट संघ की सुधार समिति ने पंडित पर दिघे को तरजीह देते हुए यह जिम्मेदारी दी। इसके अलावा पूर्व भारतीय बल्लेबाज प्रवीण आमरे को भी बल्लेबाजी कोच चुना गया। पिछले सप्ताह अजित आगरकर को चयन समिति में मिलिंद रेगे के स्थान पर लाया गया था।समीर दिघे ने अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत 1990-91 में गुजरात के विरुद्ध की थी और डेब्यू मैच में ही प्रभावशाली शतक जमाया था। उन्होंने 73 से अधिक की औसत से वह शानदार सत्र समाप्त किया था, इस दौरान उन्होंने बल्ले से कुल 440 रन बनाए थे। मुंबई और पंजाब के बीच 1994-95 में फाइनल में दिघे ने शानदार शतक जमाते हुए मुंबई को पहली पारी में 690 रन पर पारी घोषित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उस मैच में मुंबई को पहली पारी में मिली बढ़त के आधार पर फाइनल में जीत मिली थी और खिताबी ट्रॉफी पर उनका कब्ज़ा हो गया था. 1999 में दिघे ने मुंबई रणजी टीम के लिए कप्तानी भी की। घरेलू सत्र में निरंतर अच्छे प्रदर्शन का फल उन्हें 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वन-डे सीरीज के दौरान मिला। 2001 में चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए टेस्ट मैच के बाद उन्हें अच्छी पहचान मिल गई। इसमें मैच के अंतिम क्षणों में उन्होंने नाबाद 22 रन बनाकर भारत को 2 विकेट से जीत दिला दी. दिघे ने भारत के लिए 6 टेस्ट और 23 वन-डे मैचों में शिरकत की। टीम से बाहर होने के बाद उन्होंने 2001-02 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया. उन्होंने आईपीएल में मुंबई इंडियंस के फील्डिंग कोच की भूमिका भी निभाई है। इसके अलावा त्रिपुरा की रणजी टीम को भी उन्होंने दो वर्ष कोचिंग दी है।