गुजरात के सलामी बल्लेबाज समित गोहेल ने रणजी ट्रॉफी क्वार्टर-फाइनल में ओडिशा के खिलाफ 359 रनों की बेहतरीन पारी खेली। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेल जा रहे क्वार्टर-फाइनल मुकाबले के पांचवें दिन आज समित ने 261 रनों से आगे खेलते हुए अपना पहला तिहरा शतक पूरा किया। गौरतलब है कि रणजी ट्रॉफी के इस सीजन से पहले गुजरात के किसी बल्लेबाज ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तिहरा शतक नहीं लगाया था और इस सीजन में समित गोहिल के अलावा प्रियांक पांचाल ने भी तिहरा शतक जड़ा था। समित की पारी की सबसे ख़ास बात ये रही कि वो 359 रन बनाकर नाबाद रहे और 'बैट कैरी' करने का रिकॉर्ड बनाया। गुजरात की टीम 641 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और समित को 400 के स्कोर तक पहुँचने का मौका नहीं मिला। लेकिन अपनी इस पारी के दौरान समित ने 117 साल पुराना विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया। 1899 में सरे के बॉबी एबल ने समरसेट के खिलाफ सलामी बल्लेबाज के तौर पर नाबाद 357 रनों की पारी खेली थी। समित ने 359 रन बनाकर उन्हें 'बैट कैरी' में बनाये गए सबसे ज्यादा रनों के रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया। गुजरात का स्कोर एक समय 453/8 था लेकिन समित ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर टीम के स्कोर को 641 तक पहुंचा दिया, जिसमें आधे से ज्यादा रन उनके नाम थे। हालांकि अंत में जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पटेल के आउट होने से समित को अपने 400 रन पूरे करने का मौका नहीं मिला। पहली पारी के बढ़त के आधार पर गुजरात ने ओडिशा को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है और वहां उनका सामना बेहतरीन फॉर्म में चल रही झारखंड से होगा। दूसरे सेमीफाइनल में मुंबई और तमिलनाडु आमने-सामने होंगे। बॉबी एबल ने जब सरे के लिए 357 रनों की पारी खेली थी तब उनकी टीम ने पहली पारी में 811 रन बनाये थे और समरसेट वो मैच पारी और 379 रनों के बड़े अंतर से हार गई थी। 117 सालों तक ये रिकॉर्ड बॉबी एबल के नाम रहा, जो अपने आप में अद्भुत है।