'मुंबई क्रिकेट जीतना चाहिए', MCA चुनाव से पहले पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने दिया अहम बयान

संदीप पाटिल ने कहा कि अगर वो चुनाव जीते तो मुंबई क्रिकेट में बहुत सुधार करेंगे
संदीप पाटिल ने कहा कि अगर वो चुनाव जीते तो मुंबई क्रिकेट में बहुत सुधार करेंगे

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के शीर्ष अधिकारियों का चुनाव हाल ही में हुआ, जहां पूर्व ऑलराउंडर रोजर बिन्‍नी (Roger Binny) ने अध्‍यक्ष के रूप में सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) की जगह ली। अब ध्‍यान मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के चुनाव पर है, जिसमें अध्‍यक्ष पद के लिए विश्‍व कप विजेता पूर्व भारतीय (India Cricket team) क्रिकेटर संदीप पाटिल (Sandeep Patil) ने दावेदारी पेश की है।

पाटिल चुनाव में अमोल काले के खिलाफ खड़े हुए हैं, जिन्‍हें बीसीसीआई के नए कोषाध्‍यक्ष आशीष सेलार, शरद पवार और उपमुख्‍यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस का समर्थन प्राप्‍त है। क्रिकेट प्रशासन में लंबा अनुभव होने के बावजूद संदीप पाटिल के लिए एमसीए चुनाव आसान नहीं रहने वाले हैं।

तीन साल पहले एमसीए चुनावों के दौरान हितों के टकराव की स्थिति का सामना कर चुके पाटिल को इस बार चुनाव लड़ने के लिए हरी झंडी मिली जबकि उन्‍होंने इसी तरह की स्थिति का सामना किया क्‍योंकि सचिव संजय नाईक ने हितों के टकराव का मामला उठाया। संजय ने हवाला दिया कि पूर्व क्रिकेटर के सलील अंकोला के साथ करीबी संबंध हैं, जिनकी बेटी की पाटिल के बेटे चिराग से शादी हुई थी।

पाटिल को उम्‍मीद है कि मुंबई क्रिकेट के साथ अच्‍छी चीजें होंगी। उन्‍होंने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्‍यू में कहा, 'तीन साल पहले भी चुनाव के दौरान मैं अध्‍यक्ष पद का दावेदार था, लेकिन हितों के टकराव का नियम था। हितों का टकराव इसलिए क्‍योंकि मैं एक न्‍यूज चैनल के साथ जुड़ा हुआ था। अगर आप बीसीसीआई सदस्‍य या किसी क्षमता में उनके साथ काम करते हैं तो यह हितों का टकराव हो सकता है। मैंने कोशिश की थी कि उस गलती को नहीं दोहराया जाए।'

उन्‍होंने आगे कहा, 'अनुभव होना वैकल्पिक नहीं। मेरे पास अनुभव है। शरद पवार, मिलिंद नार्वेकर, आशीष सेलार, जितेंद्र अवहद और मेरे छोटे भाई उद्दव व राज ठाकरे ये सभी मेरे दोस्‍त हैं। मगर इस बार सभी एकजुट हैं तो निश्चित है कि मुंबई क्रिकेट का भविष्‍य सुधारना चाहते हैं। हमें जल्‍द ही पता चल जाएगा कि चुनाव कौन जीतेगा।'

संदीप पाटिल ने कहा, 'मेरी केवल एक गुजारिश है- क्रिकेट में जैसे कहा जाता है- सर्वश्रेष्‍ठ दावेदार जीते। इस दावेदार ने मुंबई क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है। 50 साल का अनुभव और बेंगलुरु में तीन साल एनसीए के साथ काम क्‍योंकि मैंने 31 संघों के साथ काम किया, जो कि बीसीसीआई की लिस्‍ट में है। यह अनुभव किसी तरह से बहुत काम आएगा। जब हम जीतेंगे तो मुंबई क्रिकेट के लिए बहुत कुछ करेंगे।'

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