श्रीलंका के पूर्व दिग्गज कप्तान कुमार संगकारा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने को लेकर अपनी निजी राय सभी के सामने रखी है। संगकारा का मानना है कि विश्व क्रिकेट में टी20 लीग का प्रचलन बहुत तेजी से फ़ैल रहा है, जिसके कारण टेस्ट क्रिकेट गायब होता नजर आ रहा है और आगामी युवा ख़िलाड़ी टी20 फॉर्मेट में ज्यादा पैसा और फेम होने के कारण अपना भविष्य तलाश रहे हैं। इसलिए सभी देशों को टेस्ट क्रिकेट में भी खिलाड़ियों के न्यूनतम राशि तय कर देनी चाहिए, ताकी सभी ख़िलाड़ी टी20 को ज्यादा न खेलते हुए टेस्ट फॉर्मेट पर ध्यान दे सकें। कुमार संगकारा ने इस सन्दर्भ में कहा कि टी20 फॉर्मेट क्रिकेट को विश्व में पहचान दिलाने का एक अच्छा प्रारूप है। खासतौर पर अमेरिका और चीन जैसे देशों के लिए, जहाँ क्रिकेट न के बराबर है। टी20 क्रिकेट का जब से ईजाद हुआ, तब से ही यह क्रिकेट का एक प्रमुख स्तम्भ बन गया है लेकिन इन सभी सकारात्मक बातों के अलावा कुछ नकारात्मक बाते भी हैं, जो हमें समझनी चाहिए। विश्व भर के युवा ख़िलाड़ी टी20 क्रिकेट में अपना करियर तलाश रहे हैं बजाय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आने के, जो सही नहीं है। इस विषय को लेकर हाल ही में बहुत सी चर्चायें हुई लेकिन हमें टेस्ट खिलाड़ियों को फीस तय कर इसका समाधान निकालना होगा। हमें टेस्ट क्रिकेट के महत्व को समझना जरुरी है कि वह किसी भी ख़िलाड़ी और दर्शक के लिए कितना अहम है और इसलिए हमें सभी बड़े देशों के साथ टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों की न्यूनतम राशि तय करनी जरुरी है। श्रीलंका के लिए टेस्ट क्रिकेट के साथ सभी प्रारूपों में कुमार संगकारा दिग्गज ख़िलाड़ी रहे हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 5वें नम्बर पर सबसे ज्यादा रन बनाये हैं और पिछले साल उनका प्रदर्शन प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी शानदार रहा था, जिसके बाद वह रिटायर हो गए थे। संगकारा ने माना कि सभी देश भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की तरह अपने मौजूदा और भविष्य के खिलाड़ियों को उचित राशि दें, जिससे वह टी20 क्रिकेट की बजाय टेस्ट फॉर्मेट को ज्यादा तव्वजो दे सकें।