भारत के पूर्व बल्लेबाज़ संजय बांगर, जो भारत के लिए 2001-2004 तक टेस्ट और वनडे खेले। बांगर को 2014 में हुई इंग्लैंड के खिलाफ मिली टेस्ट सीरीज़ में शर्मनाक हार के बाद टीम का बल्लेबाज़ी कोच नियुक्त किया गया। बांगर 2003 में उस टीम का भी हिस्सा थे जिसने विश्व कप के फ़ाइनल में जगह बनाई थी। पूर्व इंडियन ऑलराउंडर जोकि पहले आईपीएल सीजन में डेक्कन चार्जर्स का हिस्सा थे, उसके बाद वो केकेआर के साथ उनके लिए भी खेले। बांगर ने 2013 में अपने 20 साल पुराने करियर को अलविदा कहा। उन्हें आगामी ज़िम्बाब्वे टूर के लिए टीम का कोच नियुक्त किया गया है। 10 चीजे संजय बांगर के बारे में: 1 वर्सटाइल प्लेयर बांगर टीम में किसी भी स्थान पर बल्लेबाज़ी कर सकते थे। 2 बांगर का सबसे पहला मैच 1983 संजय बांगर ने अपने करियर का सबसे पहला मैच 1983 में देखा था, जब भारत ने कपिल देव की अगुवाई में पहली बार विश्व कप जीता था। वो मैच उन्होने अपने पड़ोसी के घर में देखा था। 3 ड़ेब्यू दिसम्बर 1993 में महाराष्ट्र में जन्मे बांगर ने फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट की शुरुआत रेलवे के लिए विदर्भ के खिलाफ की। वहाँ पर उन्होने सिर्फ 45 और 16 रन ही बनाए। उस सीजन में वो सिर्फ एक ही मैच खेले लेकिन आने वाले सीजन में उन्होने बहुत नाम कमाया। 4 पहला शतक तेंदुलकर के साथ बांगर ने अपना पहला शतक 7 नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए बनाया, जिसमे वो नॉट आउट गए। यह वहीं मैच था जिसमें सचिन तेंदुलकर और शिव सुंदर दास ने भी शतक लगाया। 5 हेडिंग्ले टेस्ट में द्रविड़ के साथ ओपनिंग पूर्व बल्लेबाज़ ने राहुल द्रविड़ के साथ ओपनिंग करते हुए 170 रनो की साझेदारी की, उस मैच संजय ने 68 रन बनाए । वहीं द्रविड़, तेंदुलकर और गांगुली के शतक की मदद से इंडिया ने वो मैच जीता था। 6 लकी चार्म संजय बांगर ने जो 12 टेस्ट खेले उसमे से इंडिया एक भी नहीं हारी, सिवाए आखरी के दो टेस्ट जो न्यूज़ीलैंड मे हुए। इनके रहते टीम ने लीड्स और पोर्ट ऑफ स्पेन में भी मैच जीते। 7 रेलवे के कप्तान संजय ने 2004-05 के सीजन में रेल्वे की कप्तानी की और टीम को उस साल सीजन भी जीताया। 8 कोचिंग का अनुभव संजय बांगर इंडिया A के कोच भी रहे है, साथ ही में कोची ट्स्कर्स केरला के बैटिंग कोच भी रहें है, वो पंजाब के 2014 सीजन में सहायक कोच भी रहें है, जहां टीम फ़ाइनल तक पहुंची थी, लेकिन केकेआर से हार गयी थी। यह भारत के 2014 से बल्लेबाज़ी कोच भी रहें है और अब ज़िम्बाब्वे टूर के लिए भी इन्हें मुख्य कोच बनाया गया है। 9 200 विकेट और 6000 के क्लब में दूसरे खिलाड़ी संजय बांगर अपने ऑल राउंड खेल की बदैलत वो रणजी में 6000 रन बनाने के साथ 200 विकटे लेने वाले विजय हज़ारे के बाद दूसरे ही गेंदबाज हैं। 10 200 के बाद टीम के पहले भारतीय कोच संजय बांगर कपिल देव के बाद जिन्होने 1999-2000 पहले भारतीय कोच होंगे। इससे पहले बीसीसीआई ने सिर्फ विदेशी जॉन राइट, गैरी कर्सटन , डंकन फ्लेचर को ही भारत का कोच बनाया। रवि शास्त्री टीम में डाइरेक्टर की पोस्ट पर थे। लेखक- उत्सव अग्रवाल, अनुवादक- मयंक महता