अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) का दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) में भी खराब फॉर्म जारी था। इस दौरे पर भी यह पूर्व टेस्ट उप-कप्तान अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया और उन्होंने केवल 22.66 के औसत से तीन टेस्ट मैचों में 136 रन ही बनाये। अब उनके इस खराब प्रदर्शन की वजह से उनके ऊपर टीम से बाहर होने की तलवार लटक रही है। रहाणे का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है। इस बीच भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि मध्यक्रम का यह बल्लेबाज अब टेस्ट टीम से बाहर हो गया है।
मांजरेकर ने न्यूज़ 18 के साथ हुई बातचीत में कहा,
अगर मैं कह रहा हूं कि रहाणे का आखिरी मैच (केपटाउन में तीसरा टेस्ट बनाम दक्षिण अफ्रीका) है, तो लोगों को हैरानी नहीं होगी। यह उनके रनों के बारे में नहीं है बल्कि यह भी है कि कोई मैदान में किस प्लानिंग के साथ उतरता है और कैसा दिखता है। 2017 से ही अजिंक्य रहाणे ने कहीं ना कहीं दिखाया है कि उनमें विश्वास की कमी है।
मांजरेकर ने आगे,
आप देख सकते है कि वह (रहाणे) किस तरह से बल्लेबाजी करते हैं, जिस तरह से वो आउट होते हैं। यह सारी चीजें एक खिलाड़ी के खेल के बारे में संकेत दे देती है। उदाहरण के लिए, विराट कोहली शतक बनाने में नाकाम हो रहे है लेकिन वह अब भी मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे है हैं तो मेरे नजरिये से रहाणे का टेस्ट करियर खत्म हो गया है।
चेतेश्वर पुजारा में अभी काफी क्रिकेट बचा है - संजय मांजरेकर
हालांकि, भारत के पूर्व खिलाड़ी को लगता है कि चेतेश्वर पुजारा के साथ मामला अलग है, उनमें अभी काफी क्रिकेट बचा हुआ है। उन्होंने कहा,
पुजारा दिलचस्प है, वो 100 टेस्ट मैच खेलने के काफी नजदीक हैं। उन्हें बाहर करने के लिए चयनकर्ताओं को काफी सोचना होगा । मेरी राय में अजिंक्य की तुलना में पुजारा के लिए ज्यादा समय है। यह उनके बल्लेबाजी करने के तरीके को देखने से लगता है और कोई अन्य कारण नजर नहीं आता है। मुझे लगता है कि पुजारा में अभी काफी क्रिकेट बचा हुआ है लेकिन रहाणे अगर मैं चयनकर्ता होता तो 2 साल पहले ही वह मेरी योजना से बाहर हो जाते।
Edited by Prashant Kumar