मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) के लाइफ मेंबर संजीव गुप्ता (Sanjeev Gupta) ने बीसीसीआई (BCCI) एथिक्स ऑफिसर विनीत सरन (Vineet Saran) से अपनी सभी शिकायतें तत्काल प्रभाव से हटाने का आग्रह किया है। संजीव गुप्ता ने भारतीय क्रिकेट (India Cricket team) में कई हाई-प्रोफाइल लोगों के खिलाफ हितों के टकराव की याचिका दर्ज की थी।
गुप्ता ने 21 अगस्त को सरन को एक ई-मेल किया और इसकी प्रति सुप्रीम कोर्ट, भारत के कई चीफ जस्टिस, बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह सहित बोर्ड के कई शीर्ष अधिकारियों व मीडिया के सदस्यों को भेजी।
ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक गुप्ता ने जो ई-मेल भेजा उसमें कहा कि 20 अगस्त को बुरी घटना का अनुभव किया, जिसने मेरी स्वास्थ्य समस्या पर बुरा असर डाला। जिंदगी की सुरक्षा और स्वास्थ्य के मद्देनजर उन्होंने हितों के टकराव के आरोपों को हटाने की मांग की।
2016 में सुप्रीम कोर्ट ने आरएम लोढ़ा समिति की सिफारिशों को अनिवार्य किया था। तब बीसीसीआई के संविधान में सुधार के लिए यह कदम उठाया गया था। गुप्ता ने कई पूर्व जानी-मानी क्रिकेट से जुड़ी हस्तियों पर हितों के टकराव का आरोप लगाया था।
इसमें खिलाड़ी, प्रशासक, आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिक भी शामिल हैं। इस लिस्ट में 20 से अधिक नाम हैं, जिसमें पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली, विराट कोहली, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी के नाम शामिल है। इसके अलावा पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण, बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला के खिलाफ भी गुप्ता ने याचिका दर्ज की थी। गुप्ता ने हाल ही में मुंबई इंडियंस की मालिक नीता अंबानी के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई थी।
गुप्ता के आरोपों के बाद सरन ने अंबानी को 2 सितंबर तक प्रतिक्रिया जमा करने को कहा था। यह जानकारी नहीं है कि सरन इस मामले की सुनवाई अब करेंगे कि नहीं। इसके अलावा गुप्ता की अन्य बची हुई शिकायतों पर कुछ एक्शन लिया जाएगा या फिर सभी को हटा दिया जाएगा।