Sara Tendulkar Special Post International Girl Child Day: क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर काफी साल पहले क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। संन्यास लेने के बाद भी मास्टर ब्लास्टर की लोकप्रियता में खास कमी नहीं आई है। देशभर में सचिन तेंदुलकर के लाखों फैंस हैं। वहीं लोकप्रियता की बात करें तो सचिन तेंदुलकर की लाडली सारा तेंदुलकर भी किसी से कम नहीं है। सारा तेंदुलकर ने सिर्फ स्पोर्ट्स आइकन की लाडली के रूप में ही अपनी पहचान नहीं बनाई है बल्कि उन्होंने खुद अपने दम पर अपनी एक अलग पहचान कायम की है।
सारा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर उनके 6.6 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं। जिससे साफ जाहिर है कि सारा की लोकप्रियता देशभर में है। सिर्फ क्रिकेट प्रेमी ही नहीं हर कोई सारा को सोशल मीडिया पर स्टॉक करता है। इसी कड़ी में सारा ने इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे के मौके पर अपनी इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की है, दरअसल यह पोस्ट सचिन तेंदुलकर के फांउडेशन की है। मगर सारा ने अपने फैशन सेंस और सुंदरता के अलावा इस कार्य से भी फैंस का दिल जीत लिया है।
Sara Tendulkar की पोस्ट पर फैंस ने लुटाया प्यार
इस खास मौके पर सारा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की है। यह पोस्ट दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के फाउंडेशन की है। इस फाउंडेशन का नाम सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन है। सारा ने करीब पांच तस्वीरें शेयर की हैं। पहली तस्वीर में सचिन तेंदुलकर उनकी पत्नी अंजली और सारा तेंदुलकर तीनों हैं व अंजली की गोद में एक बच्ची भी है। सारा के इस पोस्ट पर फैंस ने सारा और उनके परिवार के प्रशंसनीय कार्य पर जमकर तारीफ की और प्यार लुटाया।
वहीं सारा ने इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा कि इस इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे पर, हम लड़कियों के अधिकारों को आगे बढ़ाने में कार्य करते हैं, कई लड़कियों को अभी भी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है जो उनके अवसरों को सीमित करती हैं और उनकी क्षमता में बाधा डालती हैं। सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन में हम उनके उज्जवल भविष्य के लिए कार्य करते हैं।
सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन
सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन की स्थापना सितंबर 2018 में सचिन तेंदुलकर और उनकी पत्नी डॉक्टर अंजलि तेंदुलकर ने की थी। यह फाउंडेशन बच्चों को बेहतर कल देने के लिए काम करता है। आपको बता दें कि यह फाउंडेशन बच्चियों के उज्जवल भविष्य के लिए बेहतर से बेहतर कार्य करता रहता है। यह फाउंडेशन ग्रामीण भारत में खेलों में करियर को बढ़ावा देने के लिए भी काम करता है।