बीसीसीआई ने 9 फरवरी से भारत में शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavskar Trophy) के लिए हाल ही में पहले दो टेस्ट के लिए भारतीय स्क्वाड का ऐलान किया। इस स्क्वॉड का सिलेक्शन होने के बाद से दो खिलाड़ियों की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है और वो सरफराज खान और सूर्यकुमार यादव हैं।
सूर्यकुमार को पहली बार टेस्ट टीम का हिस्सा बनाया गया है, वहीं सरफराज खान ने पिछले 3 साल से घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन फिर भी उन्हें जगह नहीं मिली। हालाँकि, अब सरफराज ने इसे लेकर खुलकर बात की और कुछ अहम बातों का जिक्र किया।
पत्रकार विमल कुमार ने अपने यूट्यूब चैनल पर सरफराज खान से पूछा कि मुंबई के क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव को काफी टाइम इंतजार करने के बाद अब जाकर टेस्ट टीम में खेलने का मौका मिला है, तो उनके इस सफर से आपको क्या प्रेरणा मिलती है? इस सवाल के जवाब में सरफराज ने कहा,
सूर्या मेरे काफी अच्छा दोस्त हैं। हम जब भी टीम में एक साथ रहते हैं, तो काफी टाइम एक साथ रहते हैं और उनसे काफी सारी चीजें मुझे सीखने को मिलती है। इस वक्त वो काफी अच्छा कर रहे हैं और उससे मुझे काफी सारी चीजें सीखने को मिल रही हैं। उन्हें इंतजार करना पड़ा था, लेकिन अभी जिस हिसाब से वो खेल रहे हैं, अनुभव से चीजें आसान हो गई हैं।
इसके बाद सरफराज से पूछा गया कि, आप 2019 यानी लगातार तीन साल से घरेलू क्रिकेट में इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन फिर भी आपका नेशनल टीम में चयन नहीं हो पा रहा है, तो क्या ऐसी चीजें आपको प्रेरित करती हैं या परेशान। इस सवाल के जवाब में सरफराज ने कहा,
मेरा माइंडसेट ऐसा रहता है कि मैं रणजी, मुश्ताक़ अली या विजय हजारे ट्रॉफी, जिस भी फॉर्मेट में क्रिकेट खेल रहा हूं, उसमें मैं ज्यादा से ज्यादा रन बनाऊं। मैं उसी पर फोकस करता हूं, जो मेरे हाथ में है। जो चीज मेरे हाथ में नहीं है, उसके बारे में सोचकर कोई फायदा नहीं होता, इसलिए मेरा फोकस हमेशा ज्यादा से ज्यादा रन बनाने पर होता है।