मुंबई के युवा बल्लेबाज सरफराज खान (Sarfaraz Khan) ने पिछले दो रणजी सीजन में ढेर सारे रन बनाये हैं। उनके जबरदस्त प्रदर्शन को देखते हुए दिग्गज सुनील गावस्कर ने भारत की अगली टेस्ट सीरीज में इस खिलाड़ी को चुने जाने की वकालत की है। हालांकि इस खिलाड़ी के लिए यह सफर इतना आसान नहीं रहा है।
सरफराज ने अभी जितनी भी क्रिकेट खेली है, वह मुंबई का हिस्सा रहे हैं। रणजी में भी उन्होंने मुंबई का प्रतिनिधत्व किया है। हालांकि कुछ समय पहले उन्होंने निजी कारणों की वजह से मुंबई छोड़कर उत्तर प्रदेश शिफ्ट होना पड़ा था।
स्पोर्ट्सकीड़ा के शो 'एसके टेल्स' पर बात करते हुए, सरफराज खान ने एक भावनात्मक लम्हे को याद किया जब उन्होंने अपनी मुंबई किट को दूर रख दिया क्योंकि उन्हें अब इसकी आवश्यकता नहीं थी। इस बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा:
जब मैं मुंबई से निकला था और यूपी जा रहा था, तब मैंने मुंबई के लिए अंडर=14, अंडर16, अंडर-19, अंडर- 25 के साथ-साथ रणजी ट्रॉफी भी खेली थी। तो हम सभी जानते हैं कि नीले रंग का जंबो बैग जिसमें मैं अपने सारे रणजी ट्रॉफी के कपड़े भर रहा था। इसलिए जब मैं उस बैग को स्टोर कर रहा था क्योंकि हमें अब उस किट की जरूरत नहीं थी, मेरी आंखों में आंसू थे क्योंकि मुंबई के कपड़ों में रणजी ट्रॉफी में शतक बनाना मेरा सपना था।
उन्होंने मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में शतक बनाने के बाद तालियों की गड़गड़ाहट के बारे में भी बताया, सरफराज ने कहा,
मैं भावुक हो गया था क्योंकि मुझे लगा था कि मैं फिर कभी मुंबई के लिए नहीं खेलूंगा। मैं यहां तक चाहता था कि मेरी फोटो अखबारों में आए जहां मैंने अपना हेलमेट उतार दिया है और मैं शतक बनाकर अपना बल्ला दिखा रहा हूं।
लगातार दूसरे रणजी सीजन बनाये 900 रनों के आंकड़े को हासिल किया
सरफराज खान ने पिछले सीजन जो शानदार फॉर्म दिखाई थी, उसे इस सीजन भी बरकरार रखा है। इस सीजन उन्होंने नौ पारियों में 122.75 की असाधारण औसत से 982 रन बनाये। इससे पहले उन्होंने 2019-20 रणजी सीजन में छह मैचों में 154.66 की औसत से 928 रन बनाये थे। सरफराज की सबसे बड़ी खासियत लम्बी पारी खेलने की क्षमता है, इस सीजन भी उनके ज्यादार शतक बड़े स्कोर में तब्दील हुए हैं।