चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल (IPL) की सबसे सफल फ्रेंचाइजी में से एक है। CSK की टीम सिर्फ आईपीएल ट्रॉफी जीतकर ही एक महान टीम नहीं बनी है बल्कि इस टीम ने मैदान के बाहर भी कई ऐसे काम किए हैं, जिसने इस टीम को एक पहचान दिलाई है। ऐसी ही एक कहानी चेन्नई सुपरकिंग्स के पूर्व खिलाड़ी और न्यूजीलैंड के पूर्व ऑल राउंडर स्कॉट स्टायरिस (Scott Styris) ने सुनाई है।
स्टायरिस ने बताया कि सीएसके का व्यवहार काफी अच्छा था। उनके कुछ जेस्चर उन्हें दुनिया के बाकी फ्रेंचाइजियों से अलग बनाते हैं। 47 वर्षीय इस पूर्व क्रिकेटर ने बताया कि सीएसके के पूर्व खिलाड़ी एल्बी मोर्केल के पिता कभी भी इंडिया नहीं आए थे, तो सीएसके ने उन्हें बिजनेस क्लास से यहां बुलाया।
अपने खिलाड़ियों का खास ख्याल रखती है सीएसके
आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका के पूर्व ऑल राउंडर एल्बी मोर्केल चेन्नई सुपरकिंग्स के शुरुआती सीजन में काफी अहम खिलाड़ी हुआ करते थे। वह चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए 2008 से 2013 तक खेले थे और कई बार अपने बल्ले और गेंद से टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किए थे। उनके पिता कभी भी भारत नहीं आए थे, तो इसलिए उनकी फ्रेंचाइजी यानी चेन्नई सुपरकिंग्स ने कुछ ऐसी व्यवस्था की, जो कि कॉन्ट्रैक्ट में भी नहीं थी।
जियो सिनेमा के लेजेंड्स लाउन्ज में क्रिस गेल, सुरेश रैना, पार्थिव पटेल, रॉबिन उथप्पा और अनिल कुंबले के साथ बैठे न्यूजीलैंड के पूर्व ऑल राउंडर खिलाड़ी स्कॉट स्टायरिस ने चेन्नई के मालिकों के इस खास व्यवहार के बारे में बताया। उन्होंने खासतौर पर मोर्केल की घटना की चर्चा की और बताया,
उनके पिता कभी भी भारत नहीं आए थे, तो इसलिए सीएसके ने उन्हें बिजनेस क्लास में भारत बुलाने की व्यवस्था की, जो कि कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं था और उन्हें ऐसा नहीं करने की कोई जरूरत नहीं थी।
स्टायरिस के मुताबिक चेन्नई सुपरकिंग्स ने कॉन्ट्रैक्ट में परिवार के लिए ऐसी सुविधा ना होने के बावजूद भी मोर्केल के पिता को बिजनेस क्लास में भारत बुलाने की व्यवस्था की, जो काफी शानदार जेस्चर था। आपको बता दें कि स्टायरिस ने आईपीएल में चेन्नई के लिए महज दो ही मैच खेले लेकिन वह दो सीजन तक टीम का हिस्सा रहे थे।