हाल ही में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने अपनी टीम के लिए वेस्टइंडीज़ के दिग्गज गेंदबाज़ कर्टनी वॉल्श को गेंदबाज़ी कोच बनाया है और अब बोर्ड ने बल्लेबाज़ी को और दुरुस्त करने के लिए टीम में एक बल्लेबाज़ी सलाहकार को भी नियुक्त किया। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने टीम में बल्लेबाज़ी सलाहकार के लिए श्रीलंकाई दिग्गज थिलन समरवीरा को नियुक्त किया है। बांग्लादेश टीम के लिए आने वाले सीजन में इन दो बड़ी नियुक्तियों से काफी प्रभाव पड़ सकता है। किसी भी टीम का कोच एक मात्र ऐसा व्यक्ति होता है जो टीम के हर अच्छे और बुरे वक़्त में आगे बढ़कर उसे संभालता है। टीम अगर जीतती है तो कप्तान को श्रेय दिया जाता है पर अगर हारती है तो कहीं न कहीं कप्तान के साथ-साथ कोच भी लोगों के घुस्से का शिकार हो जाता है। शायद इसी लिए किसी ने कहा है कि ‘अच्छा खिलाड़ी तो हर टीम में मिल जायेगा पर एक अच्छा और सफल कोच किसी खुश नसीब टीम को ही मिलता है’। क्रिकेट इतिहास में कई बड़े खिलाड़ी गुज़रे हैं जो संन्यास के बाद टीम के कोच भी रहे हैं। ऐसा ही एक बड़ा नाम कोच के लिए क्रिकेट जगत में आया है और वो है वेस्टइंडीज़ का दिग्गज गेंदबाज़ कर्टनी वॉल्श। कोच बनने के बाद वॉल्श ने बांग्लादेशी टीम में गेंदबाज़ों की उस जोड़ी की तलाश शुरू कर दी है जैसी 90 के दशक में उनकी और कर्टली एम्ब्रोज की हुआ करती थी। 53 वर्षीय इस जमैकन का ये मानना है कि मैं टीम में एक कोच कम मेंटर की भूमिका में काम करना चाहूंगा। “मैं खुद को टीम के कोच के तौर पर नहीं बल्कि एक मेंटर के तौर पर रखना चाहता हूँ, मैं खिलाड़ियों को उन विकट परिस्थितियों से उभारना चाहता हूं जिनमें वो खुद को ज्यादा जूझता हुआ पाते हैं। मैं हमेशा से ही क्रिकेट के साथ जुड़ा रहा हूँ चाहे वो ग्लोस्टर हो जमैका हो या फिर वेस्टइंडीज़”: वॉल्श देखने वाली बात ये होगी कि क्या इस दिग्गज गेंदबाज़ की ये जोड़ी की तलाश पूरी हो पाएगी या नहीं।