बुलावायो में जिम्बाब्वे और वेस्टइंडीज के बीच दूसरे टेस्ट के पांचवें दिन मैच ड्रॉ पर समाप्त हो गया। इसके साथ ही दो मैचों की सीरीज में वेस्टइंडीज ने 1-0 से बाजी मार ली। जिम्बाब्वे ने दूसरी पारी में 7 विकेट पर 301 रन बनाए और दिन के 15 ओवर पहले मैच को ड्रॉ मान लिया गया। दूसरी पारी में वेस्टइंडीज के लिए चकाबवा ने नाबाद 71 रन बनाए। उनके साथ ग्रेम क्रीमर भी 28 रन बनाकर नाबाद लौटे।
इससे पहले कल के स्कोर 4 विकेट पर 140 रन से आगे खेलना शुरू किया और पीटर मूर (42) के रूप में पांचवां विकेट गंवा दिया। इस समय कुल स्कोर 144 रन था। इसके बाद वॉलर भी 15 रन बनाकर चलते बने। इसके बाद सिकन्दर रजा के साथ मिलकर चकबवा ने 48 रन जोड़े लेकिन इस बार रजा आउट होकर पवेलियन चले गए। 7 विकेट गिरने के बाद चकाबवा (71*) और क्रीमर (28) ने क्रीज पर पाँव जमा लिये। दोनों ने मिलकर आठवें विकेट के लिए 91 रनों की अविजित साझेदारी कर मैच बचा लिया। पिछले 12 सालों में जिम्बाब्वे ने पहला ड्रॉ कराया है, वहीँ 2013 के बाद किसी टेस्ट में पहली बार हार बचाई है। वेस्टइंडीज की तरफ से दूसरी पारी में गैब्रियल, बिशू और रोच ने 2-2 विकेट चटकाए।
पहली पारी में जिम्बाब्वे ने 326 रन बनाए थे, जिसके जवाब में वेस्टइंडीज ने 448 रन बनाए थे। डाऊरिच और होल्डर ने नम्बर आठ और नौ बल्लेबाज के रूप में शतक जमाए, ऐसा 109 साल पहले 1908 में हुआ था। पहली पारी में 122 रनों की बढ़त हासिल करने के बाद वेस्टइंडीज की जीत की संभावनाएं बढ़ गई थी लेकिन सिकंदर रजा ने इस पर पानी फेर दिया। उन्होंने पहली पारी में भी जिम्बाब्वे के लिए 80 रन बनाए और 5 विकेट भी झटके। दूसरी पारी में भी रजा ने अपना वही अंदाज दिखाया और टीम को 2-0 की हार से बचा लिया। उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। पहले टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज ने मेजबान टीम को हराकर सीरीज में बढ़त हासिल की थी।
संक्षिप्त स्कोर
जिम्बाब्वे: 326/10, 301/7
वेस्टइंडीज: 448/10