भारतीय टीम के पूर्व मुख्य चयनकर्ता सैयद किरमानी ने मौजूदा चयन समिति को अनुभवहीन बताया है। उनके अनुसार टीम इंडिया का चयन कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री की मर्जी से होता है। चयन समिति इन दोनों की बातों पर कुछ नहीं बोल सकती। किरमानी ने कहा कि रवि शास्त्री सब तय करते हैं।
पीटीआई से बातचीत करते हुए इस पूर्व भारतीय विकेटकीपर ने कहा कि कोच होने के नाते रवि शास्त्री कप्तान और अन्य वरिष्ठ खिलाड़ियों से चर्चा के बाद टीम के नाम तय करते हैं। इसके बाद वे चयन समिति को इन नामों के बारे में बता देते हैं। टीम मैनेजमेंट चयन समिति से जो कहता है, वही होता है।
गौरतलब है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम चयन में मुरली विजय और करुण नायर को बाहर कर दिया गया। दोनों खिलाड़ियों ने कहा कि हमसे एक बार बात भी नहीं की गई और सीधा टीम से निकाल दिया गया। करुण नायर को छह टेस्ट मैचों में लगातर बेंच पर बैठाकर रखा गया था और बाद में बाहर कर दिया गया। इस मुद्दे पर काफी हंगामा भी हुआ। हरभजन सिंह सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने इस निर्णय पर हैरानी जताई थी। किरमानी की बातों पर गौर करें, तो यह सच नजर आता है।
भारतीय टीम में एमएसके प्रसाद, शरणदीप सिंह, देबांग गांधी, जतिन परांजपे तथा गगन खोड़ा है। इन पाँचों में से किसी ने भी 10 टेस्ट भी नहीं खेले हैं। जतिन और गगन ने तो टेस्ट मैच भी नहीं खेला है। इससे यह बात साफ़ हो जाती है कि चयन समिति अनुभवहीन है। एक और चीज यह भी निकलकर आती है कि नायर और विजय की बातों में भी सच्चाई झलकती है।
सैयद किरमानी खुद मुख्य चयनकर्ता की भूमिका निभा चुके हैं, ऐसे में उनसे बेहतर इस विषय पर कोई अन्य व्यक्ति नहीं बता सकता। देखना है इस पर बीसीसीआई कोई कदम उठाती है या नहीं।