भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का मानना है कि अब समय आ गया है जब भारत 2019 वर्ल्ड कप पर ध्यान लगाए और ऐसे में उसे महेंद्र सिंह धोनी व युवराज सिंह के भविष्य पर फैसला लेने की जरुरत है। चैंपियंस ट्रॉफी में चौथे और पांचवें क्रम की जिम्मेदारी संभालने वाले युवराज और धोनी के भविष्य के बारे में सवाल करने पर द्रविड़ ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में कहा, 'ये ऐसा फैसला है जो चयनकर्ताओं और प्रबंधन को लेना होगा। वो भारतीय क्रिकेट के लिए क्या रोड मैप बनाते हैं, और आगे कुछ वर्षों में वो इन दोनों क्रिकेटरों की भूमिका को कहां देखते हैं। क्या इस टीम में दोनों (युवराज और धोनी) की जगह बनती है? या फिर दोनों में से किसी एक को टीम में बरक़रार रखना उचित फैसला है?' उन्होंने आगे कहा, 'चयनकर्ताओं को इस मामले में विचार करने के लिए 6 महीने या एक वर्ष, कितना समय लगेगा? क्या आप उपलब्ध प्रतिभाओं को देखना चाहते हैं या फिर इन दोनों खिलाड़ियों के बारे में सोचने से पहले कुछ और आपकी योजना है।' यह भी पढ़ें : भारतीय टीम के श्रीलंका दौरे के पूरे कार्यक्रम का ऐलान हुआ भारतीय टीम फ़िलहाल शुक्रवार से शुरू होने वाली सीमित ओवरों की सीरीज खेलने के लिए वेस्टइंडीज गई हुई है। टीम इंडिया अपने सभी स्टार खिलाड़ियों के साथ वहां मौजूद है। हालांकि, द्रविड़ को भरोसा है कि युवाओं को अंतिम एकादश में मौका मिलेगा। 'द वॉल' के नाम से लोकप्रिय द्रविड़ ने कहा, 'चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन ने मजबूत टीम के साथ वेस्टइंडीज जाने का फैसला किया। मुझे उम्मीद है कि प्लेइंग इलेवन में वो कुछ प्रयोग जरुर करेंगे और युवाओं को अत्यधिक खेलने का मौका देंगे। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो अचानक आप इस परिस्थिति में नहीं आ पाएंगे कि कहें एक वर्ष में, 'हमने युवाओं को ज्यादा मौके नहीं दिए इसलिए यही विकल्प हमारे पास मौजूद हैं।' बकौल द्रविड़, 'अच्छी बात ये रहेगी: 'हमने सभी प्रयोग किया, लेकिन अभी भी हमारा मानना है कि धोनी और युवराज फिट हैं, वो अच्छा खेल रहे हैं और यही वो लोग हैं, जो आगे भी अच्छा खेल सकते हैं। और फिर इस मामले में कोई शिकायत नहीं करेगा।' द्रविड़ का साथ ही मानना है कि भारत को अपने स्पिन विभाग के बारे में भी सोचने की जरुरत है क्योंकि चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान फ्लैट पिचों पर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके। उन्होंने कहा, 'हमने कुछ फ्लैट विकेटों पर खेला। स्पिनर्स के लिए वहां प्रदर्शन करना मुश्किल रहा। ऐसा नहीं हुआ कि विकेट मिले। अगर आप बीच के ओवरों में विकेट निकालना चाहते हो तो कलाई वाले स्पिनर्स या फिर रहस्यमयी स्पिनरों को मौका दे सकते हैं। ये गेंदबाज आपको फील्डिंग पाबंदी के बीच में भी विकेट निकालकर देने की क्षमता रखते हैं।' पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, 'कुलदीप यादव का टीम में चयन अच्छा फैसला रहा। उन्होंने कुछ और मैचों में आजमाना चाहिए। उनमें क्षमता है और वो थोड़े रहस्यमयी गेंदबाज भी हैं।' बता दें कि कुलदीप यादव को वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है। विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम वेस्टइंडीज दौरे पर पांच-वन-डे और दो टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलेगी।